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इब्राहिमपुर में घटी आगजनी व मारपीट की घटना मुख्यमंत्री योगी के सिस्टम पर लगाती है प्रश्न चिन्ह

इब्राहिमपुर में घटी आगजनी व मारपीट की घटना मुख्यमंत्री योगी के सिस्टम पर लगाती है प्रश्न चिन्ह

केएमबी रुखसार अहमद
सुल्तानपुर। जिस सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हो  उस प्रदेश में दुर्गापूजा विसर्जन शोभायात्रा के समय इब्राहिमपुर जैसी घटना घट जाए तो कई सवालिया निशान खड़े होते हैं।अंदाजा लगाया जा सकता है कि योगी सरकार का सिस्टम कहीं न कहीं कमजोर पड़ता नजर आ रहा है जिससे प्रदेश में उपद्रवियों के हौशले बुलंद होते नजर आ रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं कि जनपद सुल्तानपुर के बल्दीराय थाना क्षेत्र के ब्राहिमपुर गांव की जहां बीते सोमवार की शाम को  मूर्ति विसर्जन शोभा यात्रा के दौरान दो समुदाय के लोग आमने-सामने हो गए। इस विवाद में जमकर ईंट पत्थर चले और आगजनी भी की गई, जिसकी जानकारी जिले के आला अधिकारियों तक पहुंची तो जिले के एसपी व डीएम मौके पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य किया। आपको बताते चलें कि कोलकाता के बाद सुल्तानपुर में दूसरे नंबर पर दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जाता है जिसके लिए केंद्रीय पूजा समिति का गठन भी किया जाता है। इस समिति की जिम्मेदारी होती है कि दुर्गा पूजा महोत्सव की हर स्थिति से जिला प्रशासन को अवगत कराया जाय जिससे दुर्गापूजा महोत्सव सकुशल संपन्न कराया जा सके। इस बार ऐसा लगता है कि दुर्गा पूजा महोत्सव की जानकारी केंद्रीय समिति द्वारा प्रशासन को नहीं दी गई जिसका परिणाम यह रहा कि जनपद में दुर्गापूजा महोत्सव के समय अव्यवस्थाओं का अंबार देखने को मिला। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी डीजे की आवाज इस कदर तेज रही कि श्रद्धालुओं को कान में उंगलियां व रूई डाले हुए देखा गया जिसका विडीयो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। शायद यही कारण रहा कि इब्राहिमपुर जैसी घटना देखने को मिली। जब इस घटना की जानकारी सूबे के उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो बीते मंगलवार को एडीजी जोन स्वयं इब्राहिमपुर पहुंचकर मौके का जायजा लिया और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एडीजी जोन के निर्देशों का पालन करते हुए स्थानीय पुलिस ने 51 लोगों के खिलाफ नामजद व कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही शुरूकर दी है। अब सवाल ये उठता है कि यदि समय रहते प्रशासन अलर्ट रहता तो यह घटना होने से रुक सकती थी दूसरी तरफ मुस्लिम पक्ष के लोगों ने 12 अक्टूबर 2022 को जिलाधिकारी से मिलकर निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की है। मुस्लिम पक्ष का आरोप है कि पुलिस प्रशासन द्वारा एकपक्षीय कार्यवाही की जा रही है। मुस्लिम पक्ष ने थानाध्यक्ष बल्दीराय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि थानाध्यक्ष बल्दीराय द्वारा भड़काऊ भाषण दिया गया जिससे वहां की जनता उग्र होकर आगजनी पर उतारू हो गई। इब्राहिमपुर के मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि अभी भी वहां लोगों के घरों पर हमला किया जा रहा है तथा लूटपाट भी की जा रही है लेकिन पुलिस प्रशासन इस पर चुप्पी साधे हुए है। मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहता तो इब्राहिमपुर जैसी घटना होने से रुक सकती थी।
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