महिला स्वसहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन कर राज्यपाल ने किया दीदीयों का उत्साहवर्धन
सिवानी। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मध्यप्रदेश राज्य आजीविका मिशन के महिला स्वसहायता समूह की गतिविधियों में केंद्रित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उन्होंने बांस, ऊन एवं मिट्टी से बने सजावट के उत्पादन एवं विक्रय से जुड़ी बहनों से उनके व्यवसाय से संबंध में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बहनों से उनके द्वारा बनाये जा रहें सजावटी उत्पादों की मार्केटिंग एवं स्थानीय बाजार में मांग के साथ ही उनके द्वारा कमाए जा रहे लाभ की जानकारी लेकर उनका उत्साहवर्धन किया। इसी तरह समूह से जुड़कर कड़कनाथ पालन कर रही दीदीयों एवं बैंक सखियों को भी राज्यपाल द्वारा प्रोत्साहित किया गया। महामहिम राज्यपाल ने गुरुवार 2 मार्च को धनौरा विकासखण्ड के ग्राम साजपानी के प्रवास के दौरान आंगनवाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया। राज्यपाल पटेल ने आंगनवाड़ी में दर्ज बच्चों, उनकी उपस्थिति के साथ कुपोषण स्थिति की जानकारी लेते हुए उपस्थित बच्चों की अपने समक्ष ऊँचाई एवं वजन कराया। राज्यपाल पटेल ने जिलें में कुपोषित बच्चों की स्थिति के साथ ही रोगोपचार के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान राज्यपाल ने मातृ सहयोगनी समिति की महिलाओं से भी संवाद कर गतिविधियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने समिति सदस्यों से कहा कि सभी अपने दायित्वों का अक्षयशः पालन करें। ग्राम का कोई भी ऐसा घर न हो, जिसके बच्चें आंगनवाड़ी न पहुँचे। प्रत्येक धात्री एवं गर्भवती महिला और बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र से मिलने वाला पोषण आहार, दवाइयां एवं सतत सलाह मिलें। बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र में दी जाने वाले औपचारिक शिक्षा की गुणवत्ता अच्छी हो।
धात्री एवं गर्भवती महिलाएं रखें खान-पान का विशेष ख्याल, जरूरी दवाईयों का सेवन एवं टीकाकरण अवश्य कराएं- राज्यपाल
राज्यपाल ने आंगनवाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान ग्राम की धात्री एवं गर्भवती महिलाओं से भी संवाद करते हुए एएनसी जांच, टीकाकरण एवं दवाइयों के सेवन आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने धात्री एवं गर्भवती महिलाओं से अपील कि अपने एवं अपने बच्चें के स्वास्थ्य के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखें, शासन की ओर से मिलने वाले पोषण आहार एवं दवाइयों का नियमित सेवन करें। राज्यपाल ने इस दौरान सिकल सेल रोग के संबंध में भी ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने आम जनों से सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए आगे आकर स्वयं की जांच कराने तथा सिकल सेल से ग्रसित पाए जाने पर त्वरित रोगोपचार कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि सिकल सेल के प्रभावी रोकथाम के लिए सिकल सेल से ग्रसित युवक-युवती का आपस में विवाह न हों यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। राज्यपाल ने इस दौरान अधिकारियों को भी ग्रामवार आयोजित शिविरों के पर्याप्त प्रचार-प्रसार के साथ- साथ ग्राम के प्रत्येक घर में पहुँचकर जांच कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, विधायक राकेश पाल, मुकेश बघेल पूर्व किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष, कलेक्टर क्षितिज सिंघल, पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव, नवल श्रीवास्तव और अन्य जनप्रतिनिधि मोजूद थे।
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