स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय मेें अब दवाई के साथ होगी पढ़ाई
सुल्तानपुर। स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में अब दवाई के साथ-साथ पढ़ाई का रास्ता साफ हो गया है। लंबे इंतजार के बाद जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज बनने का ख्वाब पूरा हुआ। मेडिकल कॉलेज की मान्यता मिलते ही प्राचार्य डां.सलिल श्रीवास्तव काफी जोश में है, व्यवस्थाओं में बढ़ोत्तरी और मरीजों के उपचार में समस्त प्रकार की सुविधाए उपलब्ध करवाने का प्रयास करने की बात प्राचार्य ने कही। वही जूनियर रेजिडेंट के द्वारा स्वशासी राजकीय महाविद्यालय में किए जा रहे गैर जिम्मेदाराना कार्यों पर संपूर्ण अंकुश लगाने की भी बात कही। मेडिकल कॉलेज में अब कोई भी जेआर बगैर सीनियर डाक्टर के ओपीडी नही करने का भी आश्वासन प्राचार्य डां.सलिल श्रीवास्तव ने दिया। प्राचार्य ने बताया की अतिशीघ्र दूबेपुर में पढाई शुरू की जाएगी,जहां 100 डाक्टरों के पठन-पाठन की व्यवस्था दी गई है। उन्होने बताया की अभी हमारे पास सहायक प्राचार्य की संख्या कम है, फिर भी एडमिशन शुरू होते ही हम व्यवस्थाओं को और बढ़ाने का प्रयास करेगें। प्रिसिंपल डां.सलिल श्रीवास्तव ने बताया की मौजूदा समय में मेडिकल कॉलेज में 60 जूनियर डॉक्टरों की संख्या है,जो शिफ्ट रोटेशन में ड्यूटी कर रहे है। उन्होनें मरीजों के उपचार और स्वस्थ लाभ के प्रयास को और गति देने के लिए वार्डों में डाक्टरों के राउंड बढाएं जाएगें। समस्याओ पर मरीज व तीमारदारों की शिकायतों पर त्वरित गति से संज्ञान लेकर उसके निस्तारित का प्रतिशत बढाया जाएगा। प्राचार्य डां.सलिल श्रीवास्तव ने कहा कि मेडिकल कॉलेज को और बेहतर बनाने में स्टाफ, मरीज व उनके तीमारदारों का सहयोग अपेक्षित है।
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