पर्यावरण संरक्षण को ब्लॉक परिसर में ही गंभीर चोट, परमिट की आड़ में काटे जा रहे हरे पेड़
दूबेपुर, सुल्तानपुर। एक तरफ जहां सरकार वृक्षारोपण करवाने का लक्ष्य निर्धारित कर रही है, तो दूसरी तरफ वहीं दूबेपुर ब्लॉक परिसर मेें स्थित नीम का हरा पेड़ धराशाई हो गया। ब्लॉक परिषद में स्थित हरे भरे नीम के पेड़ को काटा जाना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हरे पेड़ों की अवैध कटान से जहां वन माफिया अपनी जेब भर रहे हैं वहीं वन विभाग की लापरवाही से वन संपदा को भारी नुकसान पहुंच रहा है। दूबेपुर ब्लॉक परिसर में लगे पचासों वर्ष पुराना प्रतिबंधित प्रजाति का नीम का हरा पेड़ वन माफियाओं की भेंट चढ़ गया। विगत दिनों पहले ब्लॉक परिसर का एक विसाल बरगद का पेड़ हवा के कारण गिर गया था, उसी पेड़ से कुछ दूरी पर स्थित नीम का हरा पेड़ जो छायादार था, जिसे परमिट की आड़ में काट दिया गया।इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी दिव्या सिंह का कहना है कि ब्लाक परिसर में दो पेड़ों के लिए परमिट जारी हुई है जिसकी नीलामी करवाकर कटवाया जा रहा है। वहीं इस संबंध में सदर वनाधिकारी राज कुमार मौर्या का कहना है कि दो गिरे पेड़ों का आवेदन आया है जिसका मूल्यांकन किया गया है। अभी परमिट जारी नही हुई है। अगर खड़ा नीम का हरा पेड़ काटा गया है तो जांच कर चालान कर कार्यवाही की जाएगी।
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