सरकारी अस्पताल में फैला दलालों का जाल, प्रधानाचार्य दिख रहे लाचार
केएमबी संवाददाता
सुल्तानपुर। स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज में दलालों का इस कदर बोल बाला है कि उनके आगे जिम्मेदार हुक्मरान भी लाचार दिखाई दे रहे हैं। बार-बार शिकायत के बावजूद ओपीडी कर रहे डॉक्टर अपने से दलालों को अलग करने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला शनिवार 19 अक्टूबर को ओपीडी कक्ष संख्या 12 में देखने को मिला जहां ओपीडी कर रहे डॉक्टर धीरेंद्र कुमार के साथ एक दलाल मरीज को बाहरी की दवा डॉक्टर धीरेंद्र के सामने अपने हाथों से लिखकर मरीज को पर्ची थमा रहा है और डॉक्टर साहब भी मरीज का चेकअप करने के बाद मरीज को दलाल के हवाले करते दिखाई दे रहे हैं। डॉ धीरेंद्र के इस कारनामे से कई बार मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुधीर गोयल को अवगत कराया गया लेकिन डॉक्टर सुधीर गोयल द्वारा किस मजबूरी में कार्रवाई नहीं की गई यह तो वही जानते होंगे। यहां पर यह भी उल्लेखनीय है कि डॉक्टर गोयल अपने कार्यालय में बैठकर अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिए अपनी आंखों से पूरा नजारा देखते रहते हैं लेकिन बावजूद इसके अस्पताल में फैले इन दलालों पर कार्यवाही न करना मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है। शनिवार को इस संबंध में प्रधानाचार्य स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज डॉ सलिल श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने कहा डॉ धीरेंद्र को कई बार चेतावनी दी जा चुकी है लेकिन इसके बाद भी अपनी गतिविधियों में सुधार लाने का का नाम नहीं ले रहे हैं। अब प्रश्न यह उठता है कि दूर दराज क्षेत्रों से आने वाले गरीब एवं असहाय किस्म के लोग जो इस उम्मीद से मेडिकल कॉलेज आते हैं हैं कि वहां पर मुफ्त इलाज होगा यह कैसे सम्भव होगा बड़ा सवाल है।
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