नियंत्रण में महाकुंभ के हालात, अब तक 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई संगम में आस्था की डुबकी
प्रयागराज महाकुंभ के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या के मौके पर संगम नोज पर भगदड़ मच गई। कई घायल अस्पताल में हैं। उधर, महाकुंभ नगर में हालात अब काबू में हैं। सुबह अमृत (शाही) स्नान रद्द करने की बात कही थी लेकिन अब कहा गया है कि परंपरा नहीं टूटेगी। प्रयागराज महाकुंभ में रात एक बजे के करीब भगदड़ मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अचानक एक रेला आया और भगदड़ मच गई। दर्जन भर लोगों की मौत की सूचना आ रही है। हालांकि प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। हादसे में घायल कई लोगों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। मौके पर स्थिति अब नियंत्रण में और सामान्य बताई जा रही है। इस बीच सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि संगम नोज पर जाने का प्रयास न करें। जहां हैं वहीं स्नान कर लें। उधर, सुबह अमृत (शाही) स्नान स्थगित करने वाले अखाड़ा परिषद ने अब कहा है कि भीड़ छंटने के बाद वे अमृत स्नान करेंगे।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि आज हम अपने देवताओं का स्नान कराएंगे क्योंकि प्रयागराज यहां भीड़ बहुत ज्यादा है, इसलिए हम कम संख्या में घाट पर जाएंगे। हमारी कोशिश है कि कम साधु-महात्मा जाएं। हमें घाटों की स्थिति और भीड़ को ध्यान में रखना होगा। वसंत पंचमी पर अगला अमृत स्नान निश्चित रूप से भव्य होगा। यदि हम अपने देवताओं को स्नान करा सकें, तो हम मानेंगे कि हमने स्वयं स्नान कर लिया है। हमें प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी गई है, जैसे ही हमें अनुमति मिलेगी, हम आगे बढ़ेंगे। इस बार हम विशाल जुलूस नहीं निकालेंगे।
मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी के घाटों पर भारी संख्या में श्रद्धालु अमृत स्नान के लिए पहुंचे। उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार अब तक 5 करोड़ से अधिक लोगों ने त्रिवेणी जल में पवित्र डुबकी लगाई है। 28 जनवरी तक कुल मिलाकर 19.94 करोड़ से अधिक लोगों ने डुबकी लगाई है। मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए महाकुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। महाकुंभ में भगदड़ होने के बाद हालात काबू हुए।
Tags
विविध समाचार