शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से सिपाही की कटी गर्दन: सड़क पर तड़पकर मौत, बाइक से ड्यूटी जा रहा था
शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से सिपाही की गर्दन कटकर लटक गई। उसकी सड़क पर ही तड़प-तड़प कर मौत हो गई। शनिवार को सिपाही शाहरुख हसन ड्यूटी पर जा रहा था, तभी गर्दन में चाइनीज मांझा फंस गया। बाइक की स्पीड तेज थी। ब्रेक मारा, लेकिन तब तक गर्दन कट चुकी थी। राहगीर तुरंत कॉन्स्टेबल को मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 30 साल का सिपाही अमरोहा का रहने वाला था। उसकी अभियोजन सेल में तैनाती थी। हादसे की सूचना मिलते ही डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे गए हैं। घटना कोतवाली क्षेत्र के अजीजगंज की है। सिपाही इसी स्प्लेंडर बाइक से जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी सुमित दीक्षित ने बताया कि वह दुकान के सामने खड़ा था। कॉन्स्टेबल बाइक से जा रहे थे, तभी एक तरफ पतंग कटकर आई। मांझा सिपाही की गर्दन में लिपट गया, तभी बच्चे ने दूसरे छोर से मांझा खींच लिया। सिपाही ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक पूरी गर्दन कट गई। सिपाही बाइक से नीचे सड़क पर गिर पड़े। कुछ सेकेंड में उनकी मौत हो गई। मृतक शाहरुख अविवाहित था। उसका बड़ा भाई साजिद अली है। वह भी इसी साल हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में पास हो चुका है। अभी उसका मेडिकल होना बाकी है। सिपाही की बहन शमा परवीन पोस्ट ग्रेजुएट है। शाहरुख अमरोहा के बलदाना नेरा गांव का रहने वाला था। वह 2018 में सिपाही बना। शाहजहांपुर के रजबपुर थाने पर तैनात था।मृतक के भाई साजिद ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 9 बजे मेरी शाहरुख से बात हुई थी। उसने कहा था कि मेरी ड्यूटी एक स्कूल में लगी है। कुछ देर में जाऊंगा। मेरी कल भी बात हुई थी। हंसी-खुशी बात कर रहा था। हमें भी बहुत अच्छा लगा था, क्योंकि वो यहां खुश था। दोस्त जब कहते थे कि शादी कब करोगे, तो कहता था कि पहले बहन की शादी कर दूं फिर अपनी शादी करूंगा। पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार वाले सिपाही के शव को शाहजहांपुर से अमरोहा ले गए हैं।
एसपी राजेश एस. ने बताया- पुल के आसपास सिपाही के साथ हादसा हुआ। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव ले गए हैं। वहीं, डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने कहा- चाइनीज मांझा न बिके, इसके लिए पहले भी लोगों से अपील की गई थी। सभी सीओ और एसडीएम को कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया गया है। लोगों से अपील की गई है कि अगर कहीं पर भी बिक्री और भंडारण की जानकारी हो तो तुरंत पुलिस-प्रशासन को सूचित करें। निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
भारत में धागे से पतंग की डोर तैयार होती है लेकिन चीन में नायलान के साथ मेटेलिक पाउडर का उपयोग होता है। इसमें कांच और लोहे के चूरे को भी लगाया जाता है ताकि धार और तेज हो। नायलान के धागे के कारण जब पेच लड़ता है तो खिंचाव के कारण चाइनीज मांझा कटता नहीं है। कांच और लोहे का चूर्ण से तैयार ये चाइनीज मांझा गला रेतने के लिए काफी है।
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