42 टोल प्लाजा से 120 करोड़ रुपये का घोटाला करने के मामले में एसटीएफ द्वारा दबोचे गए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया। वहीं एक अन्य आरोपी से पूछताछ की जा रही है। साफ्टवेयर के माध्यम से देश के 42 टोल प्लाजा से 120 करोड़ रुपये का घोटाला करने के मामले में मंगलवार की रात गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया। चौथे और मुख्य आरोपी से पूछताछ कर रही है। उसे बुधवार की रात वाराणसी के बाबतपुर से गिरफ्तार किया गया था। टोल प्लॉजा पर टैक्स वसूली में अनियमितता की शिकायत पर एसटीएफ लखनऊ के निरीक्षक दीपक सिंह के नेतृत्व में मंगलवार की देर रात अतरैली शिवगुलाम टोल प्लाजा पर छापा मारा था। पुलिस और एसटीएफ ने टोल प्लाजा के कर्मचारी जौनपुर के फरीदाबाद सिद्धिकपुर सराय ख्वाजा निवासी आलोक कुमार सिंह, प्रयागराज के परानीपुर मेजा यमुनानगर निवासी राजू मिश्रा और मध्य प्रदेश के सीधी मझौली कचवर निवासी मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया था। ज्ञानपुर भदोही निवासी चौथा आरोपी पंकज शुक्ला मौके पर नहीं मिला। बाद में उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था।पूछताछ में आलोक ने बताया था कि देश भर के 42 टोल से 120 करोड़ रुपये का घोटाला उन्होंने किया है। मामले में पुलिस ने बृहस्पतिवार को आलोक सिंह, मनीष मिश्रा और राजीव कुमार मिश्रा को जेल भेज दिया। चौथे आरोपी पंकज शुक्ला से पुलिस पूछताछ कर रही है।