2 किलोमीटर दूर लहलहाती धूप में पैदल चलने को मजबूर नन्हे मुन्ने
सिवनी। आजादी के 77 साल बाद भी नन्हे मुन्ने बच्चों को अपने घर से 2 किलोमीटर दूर पैदल चलकर लहलहाती धूप में पढ़ने के लिए आंगनवाड़ी केंद्र जाना पड़ता है। जी हां यह घटना कहीं देश-विदेश कि नहीं बल्कि अपने ही देश के मध्य प्रदेश के सिवनी जिला धनोरा विकासखंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बोरिया का मामला है जहां 3 से 6 वर्ष के बच्चों को आंगनवाड़ी में पढ़ने के लिए अभिभावक लेकर जाते हैं और कुछ तो इस भरी दोपहरी में बच्चे पैदल जाना पड़ता है। अभिभावकों को अपने बच्चों को पढ़ने के लिए अपना काम धाम छोड़कर बच्चों के साथ आंगनबाड़ी केंद्र में बैठना पड़ता है। यह इस समय के लिए बहुत ही दुखद समय है क्योंकि शासन प्रशासन आज लगातार प्रयास कर रही है कि कोई भी बच्चा पढ़ने से वंचित न रहे, उन्हें पोषण युक्त भोजन प्राप्त हो। परंतु आज ग्राम पंचायत बोरिया में यह हाल है कि बच्चे नहर मोहल्ला से पैदल चलने को मजबूर है। इस संबंध में ग्राम पंचायत के मुखिया सरपंच अंगूरी बाई कुमरे एवं पंचायत के पंच गण से भी कई बार बात किया गया परंतु अभी तक कोई हल निकल कर नहीं आया। इस प्रकार से समस्या ग्रस्त नहर मोहल्ला निवासी लोगों का कहना है कि आगे भी अधिकारियों से और नेताओं से बात करके इस समस्या का हल खोजने के लिए आग्रह करेंगे क्योंकि ऐसे में बहुत सारे ऐसे अभिभावक और बच्चे हैं जो अपने बच्चों को समय से आंगनबाड़ी केंद्र न पहुंचा पाते हैं और न ही बच्चे जाना पसंद कर पा रहे हैं। इसलिए इस मामले में जिला कलेक्टर से भी आवेदन निवेदन करेंगे कि इस समस्या का तत्काल निराकरण कराया जाय।
Tags
विविध समाचार