अमृत सरोवर योजना की हकीकत: खारिया दपौली में बना तालाब दो साल में हुआ बदहाल
बहराइच (विशेश्वरगंज)। विकासखंड विशेश्वरगंज के ग्राम पंचायत खारिया दपौली में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अमृत सरोवर के तहत वर्ष 2022 में शिव मंदिर तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य कराया गया था। यह कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत लगभग ₹16 लाख 432 रुपए की अनुमानित लागत से किया गया था।
तालाब का निर्माण 66×68 मीटर क्षेत्र में कराया गया था, जिसकी वर्क आईडी संख्या 3146010055/WC94848625582331174 दर्ज है। निर्माण के समय इसे ग्राम पंचायत की सौंदर्य बढ़ाने और ग्रामीणों के लिए रोजगार सृजन का प्रतीक बताया गया था।
---
🌾 ग्रामीणों का आरोप: निर्माण में भारी लापरवाही
ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य में भारी लापरवाही बरती गई। ग्राम निवासी रामप्रसाद यादव, शिवम तिवारी और मनीष कुमार ने बताया कि “तालाब का निर्माण ठीक से नहीं हुआ था। मिट्टी की खुदाई और पक्कीकरण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया। अब दो साल भी नहीं हुए और चारों ओर गड्ढे, कटान और जंगली पौधे उग आए हैं।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब की सफाई और रखरखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की है, लेकिन निर्माण के बाद से इसकी देखरेख नहीं की गई।
---
🏢 प्रशासनिक चुप्पी, लेकिन जांच की मांग तेज
ग्रामीणों ने मांग की है कि अमृत सरोवर के निर्माण में हुई अनियमितताओं की स्वतंत्र जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
इस संबंध में जब विकास खंड अधिकारी (बीडीओ) विशेश्वरगंज से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि “यदि कार्य में अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित ग्राम पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच के लिए रिपोर्ट मंगाई जा रही है।”
---
💬 सरकारी योजना पर सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर वर्ष 2022 में देशभर में शुरू की गई अमृत सरोवर योजना का उद्देश्य था — हर ग्राम पंचायत में जल संरक्षण और सौंदर्यीकरण के लिए आदर्श तालाबों का निर्माण। लेकिन खारिया दपौली ग्राम पंचायत का यह उदाहरण बताता है कि जमीनी स्तर पर निगरानी की कमी और घटिया निर्माण ने योजना के उद्देश्य को प्रभावित किया है।
---
⚠️ ग्रामीणों की मांग
ग्रामवासियों ने कहा कि
> “हम चाहते हैं कि तालाब की दोबारा मरम्मत हो, चारों ओर की बाउंड्री और जल निकासी की व्यवस्था सही की जाए ताकि यह वास्तव में ‘अमृत सरोवर’ कहलाए।”
Tags
विविध समाचार