माता देवरही की दर्शन मात्र से ही हो जाती है भक्तों की मनोकामना पूरी
विवेकानंद उपाध्याय के एम बी देवरिया
देवरिया नगर के सिंधी मिल के बाईपास पर स्थित देवरही मंदिर में आज प्रातः 4:00 बजे से श्रद्धालुओं का भीड़ लगा हुआ था। देवरिया शहर का नाम मां देवरही के नाम पर ही पड़ा है। आज प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। माता भगवती के दर्शन के लिए हजारों भक्तों की भीड़ लगी हुई थी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद थी महिला पुलिस तथा पुरुष पुलिस भक्तों को अलग-अलग कतार में दर्शन करवा रहे थे रुक रुक कर माता जयकारा लग रहा था बच्चे काफी खुश थे पूजा सामग्री के लिए भी मंदिर प्रांगण में स्थित दुकानों में भीड़ लगी हुई थी मंदिर प्रांगण में मेला जैसा माहौल बना हुआ था मेले में सभी प्रकार के पदार्थ जैसे चुनरी नारियल ध्वजा फूल अगरबत्ती कपूर आज की दुकान है सजी हुई थी बच्चे अपने अपने मनोरंजन के लिए बांसुरी गुब्बारे तथा हस्तनिर्मित खिलौने खरीदते नजर आए। मान्यता है कि माता देवरही के दर्शन मात्र से ही भक्तों का मुरादें मां पूर्ण कर देती हैं इसी मान्यता के आधार पर जनपद के सुदूर के रहने वाले भक्त यहां अधिक संख्या में दर्शन करने के लिए आते हैं मंदिर के विशाल प्रांगण में दूरदराज से आने वाले भक्तों के लिए कार मोटरसाइकिल साइकिल आदि खड़ा करने के लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से अलग से स्टैंड बना हुआ है और सुदूर वासी भक्तों के ठहरने के लिए अलग से विश्रामालय बना हुआ है कुल मिलाकर देवरिया का देवरही मंदिर मां की दर्शन भजन एवं पूजा के लिए प्रत्येक मंदिरों से भिन्न है।
जय माता दी जय माता दी