डा० राजेश सिंह चौहान की रिपोर्ट
बकेवर इटावा। भर्थना विधान सभा मे चुनाव संपन्न होते ही चर्चाओ का बाजार गर्म है।लोग गाव की चौपालो पर इकट्ठा होकर तरह तरह की चर्चाओं मे मसगूल है ।कोई भाजपा प्रत्यासी सिद्धार्थ शंकर को विजयी होने तो कोई राघवेन्द्र दोहरे सपा प्रत्यासी के जीतने का कयास लगा रहा है।बकेवर क्षेत्र के गाव नसीदीपुर, हर्राजपुरपुर लुधियानी, शेरपुर , कन्धेया रामपुरा जयमल पुर सराय मिटठे , बहादुर पुर नवादा नन्दगवा, सव्दलपुर, दाऊदपुर, अहेरीपुर नागरीलौलपर आदि और बकेवर, लखना, महेवा, भर्थना आदि नगरो मे हुई बम्फर बोटिंग से लोगो मे भजपा प्रत्यासी के जीतने के कयास लगाये जा रहे है।बही दुसरी ओर सपा प्रत्यासी के जितने लिये लड़ेया पुरा, चटोर पुरा, कुनेठा, अलियपुरा, ललितपुर, लवारपुरा, कुशगवा अहिरान, विशुनामई आदि गाव मे चर्चाये जोरो पर है।लोगो ने चर्चा के दौरान बताया की भाजपा और सपा की कड़ी टक्कर है। कोन जीतेगा यह कहिना संभव नही है। लोग अपने अपने प्रत्यासी को जिताने का दम भर रहे है। बकेवर क्षेत्र मे कई गाव मे बहुत सारे बोट कटने की सिकायत सामने आई है। नसीदीपुर के महिपाल सिंह, सन्जु सिंह, विशाल सिंह, कल्लु चौहान, नीतिन सिंह, राजा सिंह, अतुल सिह राहुल सिंहआदि लोगो ने बताया कि करी 150 बोट कट गये जो पिछले चुनाव मे थे। परंतु इसमे नही है। गाव के जो लोग बोट नही डाल सके बो काफ़ी निराश दिखे। वही दुसरी ओर चकरनगर क्षेत्र के गौहानी गांव में मतदान के बाद सड़क किनारे कुछ लोग एक चबूतरे पर बैठकर चर्चा कर रहे थे कि वोट तो विकास और सुरक्षा के ही नाम पर दिया है। लोग प्रत्याशियों को लेकर चर्चा तो कर रहे थे लेकिन वोट किसको दिया, यह खुलकर नहीं बता रहे थे। इसी तरह अन्य स्थानों पर भी चुनावी चौपाल सजी नजर आई। कुछ लोग कह रहे थे कि 10 मार्च के बाद छुट्टा पशुओं से निजात मिल सकती है। बही कुछ लोग योगी सरकार के पुन स्थापित होने की बात कर रहे है। उमेश मिश्रा ने कहा चुनाव सबका सही है लेकिन उन्होंने तो विकास के नाम पर ही वोट दिया है। मिश्रा ने आगे बताया कि बोटर लिस्ट में लगभग 1700 इर्द-गिर्द नाम है जिस में पड़े हुए मतों की संख्या 891 रही जिसका प्रतिशत 58 हो गया। पूर्व प्रधान आर के दीक्षित कहने लगे कि छुट्टा पशुओं से आराम मिल जाए तो किसान को बहुत फायदा होगा, और हां सुरक्षा की बात कही जाए तो वर्तमान सरकार में जो सुरक्षा सभी को मिली है वह ऐसी कभी नहीं मिली।पंडित सीताराम महाराज व कुँ0 भूपेन्द्र सिंह चौहान बोले कि सड़क व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ शिक्षा पर भी सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए। कुँ0 रिंकू सिंह व बबलू सिंह चौहानने कहा कि देखो किसकी सरकार बनती है हमारे गांव की भूत से ही सरकार नहीं बनेगी प्रदेश बहुत बड़ा है कहां पर क्या माहौल रहा पर बनने वाली सरकार से हमारी यह गुजारिश है की सड़क स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए लाइट की बात तो इसलिए नहीं कही जाएगी कि हम लोग लाइट की व्यवस्था से पूर्ण रूप से वर्तमान सरकार से खुश हैं। निवर्तमान ग्राम प्रधान विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कहा कि सरकार जो भी बने, किसानों का अनाज सरकारी रेट पर तुल जाए तो बहुत बढ़िया रहे, इसके अलावा आवारा पशुओं की जो समस्या है वह जगजाहिर हो गई है इसका भी निराकरण होना आवश्यक है ताकि किसानों को राहत मिल सके। नाम न छापने की शर्त पर एक दलित युवक ने बताया कि मुझे वह दिन याद है कि जब गांव में बाढ़ आई हुई थी तो एमएलसी भीमराव अंबेडकर ने मौके पर आकर पीड़ितों को खाद्यान्न व अन्य मदद कर लोगों को राहत दी थी यह एक कार्य सराहनीय था लेकिन उसके बाद हमारे प्रत्याशी बीएसपी को चाहत के अनुसार मतदान नहीं हो सका राजेंद्र कह रहे थे गांव की बदहाल व्यवस्था सही होनी चाहिए।कुँ अजीत सिंह ऊर्फ टिंकल सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना कालखंड में बच्चों की शिक्षा पर बहुत असर पड़ा है। अब शिक्षा व्यवस्था भी अच्छी हो। कुँ संजय सिंह चौहान ने कहा कि 10 मार्च के बाद क्षेत्र में और भी जबरजस्त परिवर्तन आएगा जो चुनाव के दौरान शरारती किस्म के लोग सड़क पर घूमते नजर आते हैं वह भी बहुत जल्दी तख्ती लटका कर थाने पर प्रांण बचाने के लिए दाखिल होंगे।सबसे बड़ा सुख तो यह है कि आदमी चैन से रह सकता है। गांव की गलियारों से मिली जानकारी के अनुसार मतदान होने से पूर्व ही सभी लोगों ने नुक्कड़ बैठकें कर यह फैसला लिया कि हम सब मिलकर मताधिकार का प्रयोग विकास, सुरक्षा और राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए करेंगे जिससे कुछ अन्य दलों को इसकी हवा नहीं लग पाई और उन्हें नुकसान होता नजर आ रहा है। चकरनगर क्षेत्र के ग्राम कांयछी ग्रामवासियों ने चुनाव का वहिष्कार किया नहीं डाले वोट आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर ग्रामवासियों से बात की लेकिन समस्त ग्रामवासियों की एक ही आबाज रोड नहीं तो वोट नहीं आपको वताते चलें कि चकरनगर भरेह रोड से कांयछी संपर्क मार्ग जो लगभग तीन किलोमीटर है इसमें वन सेंचुरी क्षेत्र होने के चलते रोड नहीं गिर पारही है जिससे समस्त गांववासी परेशान हैं इसी के चलते ग्रामवासियों ने तय कि पार्टी लेवल के प्रत्याशीयो ने भी कोशिश की लेकिन ग्रामवासियों ने दो टूक कहकर वापस किया देखने वाली बात यह है की अब इस चुनाव वहिष्कार का कितना असर पड़ता है ये समय बतायेगा।
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