बेसिक शिक्षा महकमे का वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय बना दलालों एवं भ्रष्टाचारियों का अड्डा
केएमबी रुखसार अहमद
सुल्तानपुर। बेसिक शिक्षा महकमें का वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय भ्रष्टाचार एवं दलालों के गिरफ्त में इस तरह आ चुका है कि यहां रोज नए-नए कारनामे उजागर हो रहे हैं। समग्र शिक्षा विभाग के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी तथा सहायक लेखाकार की घूस मांगने का प्रकरण अभी शांत नहीं हुआ था कि बीते शुक्रवार को शिक्षक संघ के पदाधिकारियों द्वारा वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में लैपटॉप के साथ एक अनाधिकृत व्यक्ति को पकड़ा गया। इस मामले में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने नगर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत करने के लिए तहरीर दिया और पकड़े गए अनधिकृत व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया। मालूम हो कि शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने वित्त एवं लेखाधिकारी को अवगत कराया कि उनके कार्यालय से गोपाल यादव नामक व्यक्ति शिक्षकों को फोनकर एरियर भुगतान के लिए शिक्षकों से पैसे की मांग कर रहा है। इसकी भनक लगते ही बगल के कमरे में लैपटॉप के साथ बैठा गोपाल यादव बाहर निकल गया।शिक्षक संघ के पदाधिकारियों द्वारा बाहर निकलते गोपाल यादव को पकड़ लिया गया। शिक्षा महकमे के वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में हो रहे गोरखधंधे की सूचना शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने पुलिस एवं आलाधिकारियों को फोनकर सूचित किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोपाल यादव को हिरासत में लेकर कोतवाली ले आई। इस संबंध में वित्त एवं लेखाधिकारी अमित मोहन मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सीए फर्म ने गोपाल यादव को इनकम टैक्स कि काम के लिए रखा है। विदित हो कि बेसिक शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा के सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी रामयश यादव के द्वारा घूस मांगने के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक द्वारा एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग भ्रष्टाचारियों एवं दलालों के गिरफ्त में जकड़ उठा है। ऐसी स्थिति में जब पूरा का पूरा बेसिक शिक्षा महकमा ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है तो ऐसे में नौनिहालों का भविष्य कैसे संवारेगा बड़ा सवाल है?
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