डीपीआरओ ने मजदूरों की मजदूरी हड़पने के मामले में जारी किया कारण बताओ नोटिस
केएमबी रूकसार अहमद
सुल्तानपुर। प्रदेश सरकारें भले ही गांव के विकास के लिए हर वर्ष पानी की तरह पैसा बाहर रहे हो लेकिन गांव के विकास के लिए भेजी गई धनराशि गांव में पहुंचने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं। सरकार भले ही भ्रष्टाचार रोकने के लिए तरह-तरह के कानून बनाती हो लेकिन भ्रष्टाचारी भ्रष्टाचार करने का कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेते हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला जनपद सुल्तानपुर के विकासखंड दुबेपुर व विकासखंड भदैंया का सामने आया है, जहां ग्राम पंचायत के सचिव की मिलीभगत से ग्राम प्रधान गांव के विकास कार्यों में मजदूरी करने वाले मजदूरों की मजदूरी का पैसा डकार रहे हैं। मजदूरों की मजदूरी का पैसा ग्राम प्रधान द्वारा मजदूरों के खाते में न भेज कर स्वयं अपने खाते में या अपने सहयोगियों के खाते में भेजी जा रही है जबकि शासन का सख्त निर्देश है कि गांव के विकास कार्यों में काम करने वाले श्रमिकों को मजदूरी का पैसा सीधे उनके खाते में भुगतान किया जाएगा। बीच के किसी भी व्यक्ति के खाते में मजदूरी का पैसा भेजना शासन के नियम विरुद्ध माना जाएगा, लेकिन ब्लॉक के इन घूसखोर एवं भ्रष्ट सचिवों ग्राम विकास व ग्राम पंचायत अधिकारियों पर शासन के निर्देश का कोई असर नहीं पड़ता है। ये भ्रष्टाचारी बाकायदा अपना ही नियम कानून बनाकर ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं। जब इन अधिकारियों से मजदूरों की मजदूरी का पैसा सीधे मजदूरों के खाते में न भेज कर स्वयं प्रधान या उनके सहयोगी एक ही व्यक्ति के खाते में लगभग लाखों रुपए की धनराशि का भुगतान एक ही बार में एकमुश्त किए जाने के संबंध में बात की गई तो इन अधिकारियों ने अपना रौब झाड़ते हुए कहा कि हम मजदूर की सहूलियत के लिए ऐसा करते हैं और ऐसा करना नियम विरुद्ध नहीं है। विदित रहे कि वर्तमान समय में ग्राम पंचायत अधिकारी दिनेश सिंह दूबेपुर ब्लॉक में प्रभारी सहायक विकास अधिकारी की कुर्सी पर मामूर हैं और अपने ओहदे का भरपूर फायदा उठाते हुए अपनी ग्राम पंचायतों में जनता का पैसा लूट रहे हैं। यही हाल ग्राम विकास अधिकारी अरुण कुमार सिंह व ग्राम पंचायत अधिकारी श्रद्धा पांडे विकासखंड दुबेपुर और भदैंया ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी राजेश सिंह ग्राम विकास अधिकारी राकेश कुमार ग्राम प्रधानों से सांठगांठ करके शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाकर जनता का पैसा लूट रहे हैं। इसी मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी ने ग्राम प्रधान एवं सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। अब देखने वाली बात होगी कि जिला पंचायत राज अधिकारी इन भ्रष्ट प्रधानों एवं सचिवों के खिलाफ कोई कार्रवाई कर पाते हैं या नोटिस जारी कर मामले की इतिश्री कर देते हैं।
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