2

ऐतिहासिक सिद्ध पीठ मंदिर खत्री पहाड़ पर नवरात्रि में लगा रहता है मां के भक्तों का तांता

ऐतिहासिक सिद्ध पीठ मंदिर खत्री पहाड़ पर नवरात्रि में लगा रहता है मां के भक्तों का तांता

केएमबी ब्यूरो रानू शुक्ला

बांदा। जिले का ऐतिहासिक सिद्ध पीठ मंदिर खत्री पहाड़ के नाम से जाने जाने वाला मंदिर यह बांदा से 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है जोकि यह गिरवा थाना अंतर्गत मंदिर है। यह एक ऐतिहासिक सिद्ध पीठ मंदिर है। यहां पर प्रथम दिन से लेकर दसमी तक दूरदराज से आए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता हैै। बुंदेलखंड में सबसे इतिहासिक मंदिर सिद्ध पीठ में खत्री पहाड़ के नाम से जाने जाने वाला यहां भक्त अपनी मनोकामना के साथ मां को नारियल प्रसाद अगरबत्ती से पूजा पाठ करके मां को पसंद करते हैं और अपने जीवन को कृतार्थ करते हैं तथा इसी सिद्ध पीठ पर 10 दिवसीय रामलीला का आयोजन होता है जो कि बुंदेलखंड के एक से बढ़कर एक कलाकारों मंच के माध्यम से मंचन किया जाता है।यहां पर हजारों श्रद्धालु रामलीला का दर्शन कर अपने जीवन को कृतार्थ करते हैं। इसी पंख पर बुंदेलखंड के सुपरस्टार तबला वादक पंडित प्रमोद मिश्रा व्यास पीठ पर भजन सम्राट संजू शुक्ला तथा नाल की संगत पर जाने जाने वाले बाबू मस्ताना के नाम से प्रसिद्ध है जो अपने वाद्य यंत्रों के द्वारा इस रामलीला मंचन पर अपनी कला को निकालते हुए लोगों के दिल में अपने वाद्य यंत्रों के द्वारा लोगों के दिलों को लुभाते हैं तथा तथा देवी सिद्ध पीठ पर भक्तों का दशमी दिन तक लगा रहता है ताता और 10 दिन तक मां अपने भक्तों पर करती रहती है कृपा यह एक सिद्ध पीठ स्थल हैै। expr:data-identifier='data:post.id'

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

7


8


 

6