हाईकोर्ट के आदेश पर गरजा बुलडोजर, खेल के मैदान पर बनी इमारत के साथ प्रशासन ने ढहाया पीड़ित का आशियाना
अयोध्या। जिले की बहुचर्चित तहसील मिल्कीपुर आए दिन भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहती है। हाईकोर्ट का आदेश तहसील क्षेत्र के ग्राम अहरन सुबंश में सिर्फ 16 ईयर जमीन को खाली कराने का था। इस 16 ईयर में विशालकाय पीपल का वृक्ष है जिसका विशाल चबूतरा बना हुआ है और थोड़ी सी जमीन में जानवरों के लिए भूसा रखने का घर बनाया गया था। तहसील प्रशासन ने विपक्षी महाबीर प्रसाद से मिलीभगत कर प्रार्थी के लगभग 50 ईयर में खून पसीने की कमाई से बनाया आशियाना जमींदोज करवा दिया गया। इस दौरान उप जिलाधिकारी अमित कुमार जयसवाल, तहसीलदार हेमंत कुमार गुप्ता, क्षेत्राधिकारी आशीष निगम व थाना प्रभारी अमरजीत सिंह मय पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। गरजती रही जेसीबी को देख पूरा परिवार बिलखता रहा और अनुनय विनय करता रहा कि हमारा पूरा आशियाना मत गिराइए सिर्फ 16 ईयर ही गिराइए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। पीड़ित परिवार का आरोप है कि न कोई पैमाइस न कोई निसान देही मेरा पूरा घर गिराकर बेघर कर दिया गया। पीड़ित ने सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर होने की भी बात कही और अपने मोबाइल पर नेट के माध्यम से भी दिखाने का भी प्रयास उप जिलाधिकारी अमित कुमार जयसवाल कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए। पीड़ित ने बताया कि उप जिलाधिकारी विपक्षी के मोबाइल पर वीडियो कॉल कर दिखा रहे थे कि पूरा घर गिरवा दिया गया।
Tags
विविध समाचार