आईजीआरएस की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने मातहतों के कसे पेंच
सुलतानपुर। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता की अध्यक्षता में मंगलवार को विकास भवन के प्रेरणा सभागार में आई0जी0आर0एस0 की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी, जिसमें मुख्यमंत्री सन्दर्भ, जिलाधिकारी सन्दर्भ, ऑनलाइन प्राप्त सन्दर्भ, भारत सरकार पी0जी0 पोर्टल सन्दर्भ, शासन व राजस्व परिषद निदेशालय सन्दर्भ, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, पुलिस अधीक्षक, महिला हेल्प डेस्क, एन्टी भू-माफिया सहित आदि सन्दर्भों के कुल 67717 शिकायत प्राप्त, जिसके सापेक्ष 65841 सन्दर्भ विभिन्न विभागों द्वारा निस्तारित किये गये तथा 1873 लंबित सन्दर्भ व 03 डिफाल्टर सन्दर्भ के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित को निर्देशित किया गया कि निर्धारित समय में निस्तारित किये जायें।आईजीआरएस के एक लंबित प्रकरण में जिलापूर्ति अधिकारी द्वारा लेट आख्या लगाने से डिफाल्टर श्रेणी में होने पर जिलाधिकारी द्वारा समय से आख्या लगाने हेतु निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा नेडा कार्यालय से बैठक में किसी के न आने तथा अनुपस्थित रहने पर पर वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी द्वारा बोर्ड एग्जाम के दृष्टिगत ड्यूटी में लगे सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट व स्टेटिक मजिस्ट्रेट अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी अधिकारी समय से ड्यूटी पर पहुंचे अन्यथा न आने पर प्रतिकूल कारवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि विकास विभाग से संबंधित योजनाओं मे आवास की अपात्रता जांच के लिए यदि आवेदन आता है और मेरे द्वारा मार्क कर यदि कार्यवाही हेतु भेजा जाता है तो उसकी जांच अपात्र करने वाले अधिकारी से न कराकर किसी अन्य सक्षम अधिकारी से कराया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनता दर्शन में मेरे द्वारा मार्क किया हुआ कोई भी प्रकरण यदि आप के समक्ष आता है, तो उसे ध्यानपूर्वक पढ़कर स्पष्ट आख्या लगाकर निस्तारित कराए। मुख्य विकास अधिकारी के यहां आईजीआरएस के सभी लंबित प्रकरण के निस्तारण हेतु जिलाधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उन्होंने सभी तहसीलों में लंबित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान एसडीएम सदर, एसडीएम लम्भुआ द्वारा लंबित शिकायतों के निस्तारण में बेहतर प्रदर्शन हेतु धन्यवाद दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शासन के मंशानुरूप जनसामान्य की शिकायतों का निराकरण शीर्ष प्राथमिकताओं के अनुरूप किये जायें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आई.जी.आर.एस. पोर्टल पर डिफाल्टर प्रकरणों का निस्तारण तत्काल कराना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही किसी भी दशा में बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होंने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों का सम्बन्धित अधिकारी समयानुसार निस्तारण करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, अपर जिलाधिकारी (वि0 एवं रा0) मनोज कुमार पाण्डेय, मुख्य राजस्व अधिकारी शमशाद हुसैन, समस्त एसडीएम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 डी0के0 त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक कृष्ण करूणाकर पाण्डेय, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी आशीष कुमार सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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