अमृत सरोवर बनाने की योजना में बल्दीराय की ग्राम पंचायत दौनव की जमीनी हकीकत कागजों से है काफी जुदा
सुल्तानपुर। योगी सरकार की महत्त्वाकांक्षी जल संचयन को बढ़ावा देने और तालाबों को खूबसूरती प्रदान करने का लक्ष्य लेकर शुरू की गई अमृत सरोवर बनाने की योजना में बल्दीराय के ग्राम पंचायत दौनव की जमीनी हकीकत कागजों से काफी जुदा है। ब्लाक बल्दीराय में ग्राम पंचायत दौनव में पिछले कार्यकाल में खुदवाये गए तालाब को चिन्हित कर अमृत सरोवर के निर्माण के नाम पर कच्चा काम कराए बिना लाखों रुपए मनरेगा से भुगतान कर लिया गया है। पूर्व प्रधान ने तालाब के चारों ओर ऊंची खाई बनवाई थी। जिसे मौजूदा प्रधान ने बराबर करवाकर अमृत सरोवर तालाब पर तीन तरफ से 5 फीट चौड़ी इंटरलॉकिंग का कार्य करवाया जा रहा है। जिसमें मानक को ताख पर रख कर कार्य किया गया है। पीली ईट, मोरंग की जगह भस्सी और मिट्टी वाली बालू का प्रयोग धडल्ले से किया जा रहा है। इंटरलॉकिंग में ईटों के नीचे गिट्टी का नामो-निशान नहीं है। सूत्रों से ज्ञात हुआ कि विगत तीन पंचवर्षीय योजना में इस तालाब की खुदाई, रंग रोगन कर अधिकारियों की मिलीभगत से सरकार को लाखों का चूना लगया जाता रहा है। विकास के नाम पर खाना पूर्ति कर पैसों का बन्दर बाँट किया जाता रहा है। इस संदर्भ में वीडियो बल्दीराय सत्यनारायण सिंह ने बताया शिकायत मिली है जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।
Tags
विविध समाचार