दुराचार की रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही जामों थाने की पुलिस, दर दर की ठोकर खाने को मजबूर पीड़ित
अमेठी। सुल्तानपुर की बेटी के साथ अमेठी जामो थाना क्षेत्र में दुराचार हुआ। आरोपियों को लाभ पहुंचाने का पीड़ित ने जामो थाना पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप। अमेठी जामों थाने की पुलिस पर एफआईआर दर्ज न करते हुए आरोपियों को लाभ पहुंचाने का लग रहा है बड़ा एवं गंभीर आरोप। सुल्तानपुर दोस्तपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव निवासी पीड़ित व्यक्ति ने अपनी पुत्री के साथ हुए दुराचार की शिकायत जामो थाना प्रभारी से लिखित तौर पर की है। जिसके बाद भी पुलिस अनजान बनी बैठी है एवं अपराधियों को लाभ पहुंचाने के लिए अभी तक एफआईआर पंजीकृत नहीं किया है। जामो थाने की पुलिस से न्याय न मिलता देख पीड़ित व्यक्ति ने अपनी पुत्री को न्याय दिलाने हेतु, सुल्तानपुर दोस्तपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पीड़ित व्यक्ति द्वारा पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर, पुलिस अधीक्षक अमेठी, डीआईजी, आईजी रेंज अयोध्या एवं उत्तर प्रदेश के डीजीपी को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए न्याय की गुहार लगाई है। थाना दोस्तपुर जनपद सुलतानपुर के अनुसूचित जाति का गरीब व असहाय किस्म का व्यक्ति के द्वारा पुलिस प्रशासन से न्याय की गोहार लगाईं है। पीड़ित व्यक्ति ने अपने दिए गए प्रार्थना पत्र के माध्यम से पुलिस प्रशासन को अवगत कराया है कि 05 अप्रैल को समय लगभग रात्रि 8:00 पर गांव के सूरज चौहान सुत दिनेश चौहान एवं उसके साथी बब्लू द्वारा नाबालिग पुत्री को बहला फुसलाकर शादी का झांसा देकर अपने साथ बल्ली चौराहा उत्तराखण्ड लेकर चले गये। दो दिन अपने साथ रखकर एक बन्द कमरे में मेरी पुत्री के साथ जबरन शारीरिक सम्बन्ध बनाया। इससे पहले भी सूरज ने कई बार मेरी पुत्री के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाया था। शादी का दबाव बनाने पर सूरज ने मेरी पुत्री को मार-पीटकर जबरन दिनांक 08 अप्रैल को रात्रि लगभग 7:00 पर जामो रोड बाईपास जगदीशपुर थाना जिला अमेठी पर चार चक्के से छोड़कर भाग गये। मेरी पुत्री अकेली होने की वजह से बगल की दुकान पर गयी तो वहां पर मौजूद अमित गुप्ता, राजाराम एवं एक अज्ञात व्यक्ति मिले जो मेरी पुत्री को घर छोड़ने के नाम पर अपने चार चक्के की गाड़ी पर बैठाकर जामो रोड की तरफ चलकर नदी के किनारे ले जाकर सूनसान जगह पर दोनो लोगों ने बारी-बारी से दुराचार किया। विरोध करने पर उक्त आरोपियों ने मेरी बेटी को गालियां देते हुए लात घूसों व मुकों से मार-पीटकर भाग गये। मेरी बेटी रोती बिलकती किसी तरह से हारीमऊ चौराहे पर आयी और अपनी बड़ी बहन को फोन किया तो बड़ी बेटी ने प्रार्थी को इस घटना की सूचना दिया। तब प्रार्थी व उसका साला हारीमऊ पहुचे और अपनी पुत्री से सारी घटना की जानकारी प्राप्त किया। वही पीड़ित द्वारा पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर, पुलिस अधीक्षक अमेठी, आईजी रेंज अयोध्या एवं डीजीपी उत्तर प्रदेश को प्रार्थना पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।