पुलिस की बर्बरता, ट्राइसाइकिल पर चीखता रहा दिव्यांग, पीटते रहे पुलिसकर्मी, एसपी ने किया बर्खास्त
देवरिया। एक तरफ पुलिस दावा करती है कि वह लोगों की मित्र है।उनकी सुरक्षा और सहायता के लिए हर समय तत्पर है, लेकिन दूसरी तरफ यही पुलिस ब्रिटिश हुकूमत वाली पुलिस बन जाती है। कई बार पुलिस वालों की ऐसी-ऐसी हरकतें सामने आती हैं कि जिन्हें देखकर लोग कहते हैं कि पुलिस से दूर ही रहो, लोग डरने लगते हैं। पुलिस के ऊपर से उनका भरोसा उठ जाता है।देवरिया जिले रुद्रपुर के आदर्श चौराहे पर एक दिव्यांग की पुलिस कर्मियों द्वारा पिटाई करने का एक वीडियो जंगल में लगी आग की तरह सोशल मीडिया पर फैल रहा है।वायरल वीडियो में रुद्रपुर कोतवाली के ग्राम मरकड़ी के रहने वाले दिव्यांग सचिन सिंह हैं। सचिन का कहना है कि शनिवार की रात उपनगर के भभौली बाईपास पर एक ढाबे से भोजन करने के बाद वह अपनी ट्राइसाइकिल से घर जा रहे थे। अभी वह आदर्श चौराहे के समीप पहुंचे थे कि बाइक से जा रहे दो वर्दीदारी मिले। उन्होंने उनसे पानी मांगा फिर दोनों नाराज हो गए और बाइक रोककर दोनों ने पिटाई करनी शुरू कर दी। जब वह पिटाई करने का कारण पूछा तो पुलिसकर्मियों ने रिक्शा को ही ढकेल दिया। इसकी किसी ने मोबाइल से वीडियो बना ली और फिर सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने लगा है। पीड़ित सचिन सिंह ने आरोपितों पर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है। प्रभारी निरीक्षक रुद्रपुर नवीन सिंह ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित होने की जानकारी है। बता दें कि पुलिसकर्मियों की इस बर्बरता को देखकर सोशल मीडिया पर लोग अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे ही पुलिस वालो से पुलिस की वर्दी पर दाग लगा हुआ है, इन्हें लाइन हाजिर कर फॉर्मेलिटी न की जाए बल्कि डीजीपी यूपी से अनुरोध है कि इन पर बर्खास्तगी से कम कार्यवाही नही होनी चाहिए। वहीं एक ट्विटर यूजर ने लिखा- यह यूपी है.. यहाँ कुछ भी संभव है।विकलांग वो नहीं है विकलांग तो पुलिस वाले हैं मानसिक रूप से जो एक दिव्यांग पर अपनी ताकत दिखा रहे हैं। वायरल वीडियो को पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने संज्ञान में लेते हुए दोनों पुलिसकर्मियों की संबद्धता पुलिस विभाग से समाप्त कर दी है और प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीकृत कर कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
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