मिश्रपुर ग्रामप्रधान और सचिव नेहा सिंह की मिलीभगत से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी मनरेगा योजना
प्रतापगढ़। विकासखंड मांधाता के अंतर्गत मिश्रपुर गांव में मनरेगा में काम कर रहे 57 मजदूर जिनकी उपस्थिति सचिव नेहा सिंह दिखा रही है वह संदेह के घेरे में है। जमीनी हकीकत खंगालने के लिए केएमबी न्यूज़ की टीम पहुंची तो वहां पर पक्की सड़क पर पटरी पर मिट्टी का काम चल रहा था जिसमें लगभग 8, से 9 लेवर ही कर रहे थे। मजदूरो में केवल पुरुष मजदूर ही काम कर रहे थे। लेकिन सवाल यह उठता है कि जो मास्टर रोल जा रहा है उसमें महिलाओं का भी नाम अंकित है। महिला मजदूर मौके पर काम करती नहीं पाई गई। प्रकरण के संबंध में सचिव नेहा सिंह के पास फोन लगाने पर इनका फोन नहीं उठा। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मनरेगा के भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ब्लॉक के इर्द-गिर्द घूमते नजर आए। देखना यह है कि वीडियो श्रुति शर्मा क्या करती है? इस भ्रष्टाचार को अंकुश लगाने का काम करती हैं या इस मनरेगा भ्रष्टाचार में लीपा पोती का काम करती है। जिलाधिकारी संजीव रंजन, मुख्य विकास अधिकारी ने बड़ी सूझबूझ के साथ सभी सचिव और वीडियो को ऐसे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त आदेश जारी किया है लेकिन ऐसे तमाम ग्राम सभा में काम चल रहे हैं मनरेगा के जिसमें मजदूर की संख्या कम है लेकिन मास्टर रोल में लेबर कहीं 80 कहीं 50 कहीं 57 लेबरों का मास्टर रोल निकाला जा रहा है। इस भ्रष्टाचार को क्या ब्लॉक मांधाता की वीडियो रोकने में सफल होगी या करती है लीपापोती बड़ा सवाल बड़ा मुद्दा है जनता पूछ रही है।
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