बैतालपुर में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण, समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने पर जोर
देवरिया। बैतालपुर विकास खंड में समावेशी शिक्षा के अंतर्गत को-लोकेटेड आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के लिए आयोजित तीन दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन खंड शिक्षा अधिकारी जयराम पाल ने कार्यकत्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण में मिली जानकारियों को गंभीरता से सीखकर अपने कार्यक्षेत्र में प्रभावी ढंग से उपयोग करें। इसका उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ना है। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण के दौरान विशेष शिक्षक मनोज कुमार श्रीवास्तव ने समावेशी शिक्षा की अवधारणा और विभिन्न प्रकार की दिव्यांगताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि दिव्यांग बच्चों की समय पर पहचान कर उन्हें उचित सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करना अत्यंत आवश्यक है। विशेष शिक्षक रीना सिंह ने दिव्यांग बच्चों के चिन्हांकन की प्रक्रिया को व्यवहारिक उदाहरणों के माध्यम से समझाया। प्रशिक्षण में एआरपी मिथिलेश सिंह ने समावेशी शिक्षा में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। वहीं, एआरपी निशेष कुमार गुप्ता ने सूक्ष्म गतिविधियों, टीबीटी तकनीक, खेलकूद और प्रतियोगिताओं के माध्यम से लगभग 40 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षित कर कार्यक्रम को रोचक बनाया। विशेष शिक्षक मनोज कुमार श्रीवास्तव ने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सलाह दी कि यदि विकास खंड स्तर पर दिव्यांगता से संबंधित कोई समस्या आती है, तो वे समाधान के लिए विशेष शिक्षक या संबंधित एआरपी से संपर्क कर सकती हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी जयराम पाल ने सभी प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने समावेशी शिक्षा को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान भी किया।
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