बिना सुरक्षा उपकरण जर्जर मकान तोड़ना पड़ा भारी, मलबे में दबकर मजदूर की मौत
अमेठी,गौरीगंज। जनपद मुख्यालय गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कस्बे के वार्ड नंबर 24 में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। पुराने और जर्जर मकान को बिना सुरक्षा मानकों के तोड़ने के दौरान अचानक छत भरभरा कर गिर पड़ी, जिसकी चपेट में आने से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 24 निवासी अरुण यादव का पुराना और जर्जर मकान ठेकेदार के माध्यम से गिरवाया जा रहा था। मकान तोड़ने का कार्य बिना किसी सुरक्षा उपकरणों और मानकों के कराया जा रहा था। मजदूर जैसे ही दीवार तोड़ने का कार्य कर रहे थे, तभी अचानक मकान की छत भरभरा कर गिर पड़ी। छत गिरते ही मौके पर काम कर रहे अन्य मजदूर किसी तरह अपनी जान बचाकर भाग निकले, लेकिन परशुराम नामक मजदूर मलबे के नीचे दब गया। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर जुट गए। तत्काल जेसीबी मशीन मंगवाकर मलबा हटवाया गया और गंभीर रूप से घायल मजदूर को बाहर निकाला गया। परशुराम (लगभग 40 वर्ष), निवासी दादूपुर थाना मुंशीगंज, को आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर गौरीगंज कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक श्याम नारायण पांडेय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि मकान गिराने का कार्य बिना सुरक्षा मानकों के कराया जा रहा था। फिलहाल परिजनों की ओर से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है, तहरीर मिलने पर ठेकेदार व अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी। यह हादसा एक बार फिर निर्माण एवं ध्वस्तीकरण कार्यों में सुरक्षा नियमों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
Tags
विविध समाचार