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6 जनवरी दिन शुक्रवार से से शुरू हो रहा है विश्व का सुप्रसिद्ध माघ मेला

6 जनवरी दिन शुक्रवार से से शुरू हो रहा है विश्व का सुप्रसिद्ध माघ मेला

केएमबी संवाददाता

प्रयागराज।एक तरफ जहां 6 जनवरी तक पारा और लुढ़कने की उम्मीद है, वहीं दूसरी ओर देश के सबसे बड़े वार्षिक धार्मिक समागम माघ मेले के लिए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम की रेती पर तीर्थयात्री इक्कठा होंगे। 44 दिवसीय माघ मेले में लगभग सात करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान योगी सरकार ने लगाया है।बता दें कि यह मेला हिंदुओं के लिए सबसे बड़े वार्षिक धार्मिक आयोजनों में से एक है।माघ मेले में संतों के अलावा देश भर के तीर्थयात्रियों का जमावड़ा लगता है।इसको लेकर योगी सरकार किसी तरह की तैयारी में चूकना नहीं चाहती है।

मेले के सफल आयोजन के लिए योगी सरकार ने दिया है 78 करोड़़ का बजट

6 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व के साथ माघ मेले की शुरुआत होगी।आगामी महाकुंभ-2025 की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए संगम तट पर 44 दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है,जिसमें दुनिया भर के पर्यटक आते हैं। 78 करोड़ के बजट में आयोजित होने वाले इस वार्षिक मेले में पांच पंटून पुलों के साथ एक टेंट सिटी दिखाई देगी। इसमें 1000 किलोमीटर चकर्ड प्लेट वाली सड़कें और 5,000 पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी।

मेला क्षेत्र को ओडीएफ फ्री करने की कोशिश

माघ मेला में कुंभ-2019 में लागू की गई स्वच्छता व्यवस्था से सीख लेते हुए इस बार पूरे मेला क्षेत्र को साफ-सुथरा रखने की व्यापक योजना बनाई गई है। माघ मेला अधिकारी व प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सीईओ अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि मेले को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) और प्लास्टिक मुक्त रखा जाएगा। माघ मेला के स्वच्छता प्रभारी डॉ. आनंद सिंह ने बताया कि मेला क्षेत्र को ओडीएफ रखने के लिए 17400 शौचालय बनाए जा रहे हैं।

माघ मेले में बनाए जा रहे 10 हजार टेंट शौचालय

अधिकारियों ने बताया कि यहां 1,400 फाइबर-प्रबलित प्लास्टिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा पार्किंग क्षेत्र में 10,000 टेंट शौचालय और 3,000 कनात शौचालय भी स्थापित किए जाएंगे। मेले में भाग लेने वाले प्रमुख धार्मिक और अन्य संगठनों के शिविरों में और 1,600 शौचालय बनाया जाएगा। माघ मेला क्षेत्र में एक एसटीपी भी बनाया गया है। मेले की सफाई व्यवस्था 2,160 सफाई कर्मचारियों के हाथों में होगी।

माघ मेले में बनेगा 500 बिस्तरों वाला छात्रावास

अधिकारियों ने नि:शुल्क कपड़े के थैले बांटने के अलावा मेला क्षेत्र में लगाई जा रही एलसीडी स्क्रीन पर स्वच्छ भारत मिशन अभियान से संबंधित संदेश देने की योजना बनाई है। मंडल आयुक्त विजय विश्वास पंत के मुताबिक तीर्थयात्रियों और आगंतुकों को समान रूप से सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से मेले में 500 बिस्तरों की छात्रावास का भी निर्माण किया जाएगा। पहली बार मेले के दौरान पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

माघ मेले के लिए चलेंगी 2800 बसें

माघ मेले में आने के लिए वाले तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए 2800 अतिरिक्त बसें चलेंगी और 200 बसें रिजर्व भी रहेंगी।मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के स्नान पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए क्षेत्रवार बसों का आवंटन किया है।इसके लिए 10 शहरों का चयन भी किया गया है. 

20 से 27 जनवरी तक बसों के संचालन पर मुख्य फोकस

प्रयागराज के निकटवर्ती तीर्थ स्थलों के लिए भी 80 बसों का इंतजाम किया जाएगा। 20 जनवरी से 27 जनवरी तक संचालन पर मुख्य फोकस रहेगा।बस अड्डे और तहसील से डायरेक्ट माघ मेले के लिए ये बसें चलाई जाएंगी।माघ मेले के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए रोडवेज बसों का इंतजाम किया गया है। 

जानकारी के मुताबिक  6 जनवरी, 14 और 15 जनवरी, 21 जनवरी (मोनी अमावस्या), 26 जनवरी (बसंत पंचमी), फरवरी माह की पूर्णिमा, 18 फरवरी (महाशिवरात्रि) को लखनऊ से 300, कानपुर से 260 , अयोध्या से 220, गोरखपुर से 380, आजमगढ़ से 360, बनारस से 300, प्रयागराज से 550, चित्रकूट धाम से 230 , झांसी से 50, देवी पाटन से 150 बसें चलेंगी।

रेलवे ने भी किए खास इंतजाम

माघ मेले के लिए प्रयागराज जंक्शन पर यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं से लैस चार यात्री आश्रय हैं। प्रत्येक आश्रय में लगभग 2500 लोगों के रुकने का इंतजाम किया गया है।प्रयागराज जंक्शन पर लगभग 10000 यात्रियों के रुकने की व्यवस्था है।इसके साथ आश्रयों में पूछताछ काउंटर, अनारक्षित टिकट काउंटर, ट्रेन टाइमिंग डिस्प्ले बोर्ड, एनाउन्समेंट प्रणाली,पीने का पानी, लाइट और शौचालय की व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रियों को कोई असुविधा न हो।

माघ मेला के दृष्टिगत स्टेशन और आश्रय को पूर्ण रूप से सुरक्षित किया गया है।यात्रियों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए प्रयागराज जंक्शन पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं।यात्रियों की सुरक्षा में प्रयागराज जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी के जवानों की तैनाती की जाएगी।स्नान पर्व पर प्रयागराज पहुंचने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने रुट तैयार कर लिया है।
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