सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल से ऋण वसूली, खाद व राशन वितरण प्रभावित
सिवनी। विगत लंबे समय से सेवा नियम अनुसार वेतनमान लागू किये जाने की मांग कर रहे सहकारी समिति कर्मचारी मांगे पूरी नहीं होने पर 6 मई से समितियों में तालाबंदी कर, सारे काम बंद करते हुये अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के आव्हान पर जिले की सहकारी समितियों में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों ने मुख्यालय में अम्बेडकर चौक में आंदोलन शुरू कर दिया है। सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष वंशी ठाकुर ने बताया कि सेवा नियम अनुसार सहकारी समिति के कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा देकर समतुल्य वेतनमान दिये जाने की मांग की जा रही हैं, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिल रहा है। उन्होंने कहा सरकार लिखित आश्वासन के बाद मांगे मानने को तैयार नहीं है। 02 सूत्रीय मांगों के निराकरण की मांग जिसमें सभी सहकारी समिति में कार्य करने वाले कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा देकर तत्काल समतुल्य वेतनमान दिये जाने का आदेश लागू करने, निजी उपभोक्ता भंडार, स्व सहायता समूह एवं वन समिति सहित अन्य द्वारा खाद्यान्न (राशन) वितरण पर कमीशन 200 रूपये प्रति क्विंटल देने सहित अन्य मांगें शामिल हैं। इन मांगों को लेकर कर्मचारी 6 मई से आगामी संतोषजनक निर्णय होते तक काम बंद हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल की वजह से ऋण वसूली प्रभावित रहेगी। उल्लेखनीय है कि मांगों को लेकर लंबे समय से सहकारी कर्मचारियों द्वारा शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया जा रहा है लेकिन सरकार द्वारा कर्मचारियों के हितों में अब तक किसी प्रकार के सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
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