थानाध्यक्ष के सरपरस्ती में फल फूल रहा है पशु तस्करी का अवैध कारोबार
केएमबी ब्यूरो
सुल्तानपुर। थानाध्यक्ष की पुश्त पनाही (मदद) से क्षेत्र में पनप रहा है दो नंबर का कारोबार। जहां एक तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री व जिले की संसद मेनका संजय गांधी के संसदीय क्षेत्र में उनके पशु प्रेम को लेकर कसीदे पढ़े जाते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पशु तस्कर पशु क्रूरता अधिनियम की सारी हदें पार करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला गोसाईगंज थाना क्षेत्र के तियरी गांव का सामने आया है जहां पशुओं को पशु तस्कर ट्रकों में ठूस ठूस कर लादते हैं और प्रदेश के दूसरे शहरों में काटने के लिए भूचड़ खानों में भेज दिया जाता है। विदित रहे कि बीते कुछ दिनों पहले ही पशुओं में लम्पी वायरस फैलने के कारण प्रदेश सरकार ने पशु बाजारों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन पशु तस्कर सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को चुनौती देते हुए पुलिस को हमवार करके धड़ल्ले से पशु व्यापार चल रहे हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गोसाईगंज थानाध्यक्ष अरबी सुमन को व्यापारी अपना मुंह बंद रखने के लिए हर हफ्ते भारी भरकम रकम पहुंचा देते हैं और शाम होते ही तियरी गांव में जिले के अलग-अलग इलाकों से पिकअप में भर-भर कर जानवरों को लाकर बाकायदा मंडी लगाई जाती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भैंस की आड़ में प्रतिबंधित जानवरों की भी तस्करी का काम खुल्लम खुल्ला चल रहा है। इन पशु तस्करों पर स्थानीय पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने के कारण इसमें पुलिस की संलिप्तता निश्चित रूप से आईने की तरह साफ नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में पशु क्रूरता का पूरा नजारा देखा जा सकता है कि किस तरह से जानवरों को घसीटकर अवैध तरीके से तस्करी के लिए ट्रक में लादा जा रहा है। अगर स्थानीय पुलिस की ऐसे मामले में संलिप्त नहीं है तो पशु तस्करी का व्यापार खुल्लम-खुल्ला कैसे चल रहा है यह बड़ा सवाल है।
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