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पुलिसिया कार्यशैली से आजिज पीड़ित दुधारू जानवरों संग पहुंचा थाना कोतवाली देहात

पुलिसिया कार्यशैली से आजिज पीड़ित दुधारू जानवरों संग पहुंचा थाना कोतवाली देहात

केएमबी संवाददाता
सुल्तानपुर। पुलिसिया उत्पीड़न से तंग आकर अपने दुधारू जानवरों सहित पहुंचा थाना कोतवाली देहात पीड़ित संजय तिवारी। पुलिसिया उत्पीड़न के एक से एक अजीबो गरीब मामले सामने आते रहते हैं। ताजा मामला लम्भुआ तहसील के कोतवाली देहात थाने की ग्राम पंचायत पाखरौली का है जहां दो पक्षों में जमीनी विवाद होने का मामला सामने आया है। पुलिस की सह पर एक पक्ष निर्माण कर रहा है तो दूसरा पक्ष अपने जानवरों को छाया के लिए तरस रहा है। पीड़ित अपने जानवरों की छाया के लिए टीन सेड रख रहा था तो मौके पर पहुंची थाना कोतवाली देहात पुलिस ने उसको टीन सेड के निर्माण कार्य को रोककर थाने पर चलने का फरमान जारी कर दिया। पीड़ित संजय तिवारी ने कोतवाली देहात पुलिस से कहा कि इस जमीन पर मेरा पिछले 50 साल से कब्जा दखल रहा है। यहां पर मेरे जानवर बांधे जाते है, छप्पर जर्जर होने के कारण गिर गया है इसलिए छप्पर के स्थान पर जानवरों की छाया के लिए टीन सेड रख रहा हूं। यह बात विपक्षी सभापति यादव को नहीं रास आई तो उसने पुलिस की मिलीभगत से टीन सेड न रखने देने का काम किया। पीड़ित संजय तिवारी ने पुलिस से कहा कि वह अपने जानवरों को इस कड़ी धूप में लेकर जाये तो कहां जाये। विगत कई दिनों से यह मामला चल रहा है लेकिन पुलिस अपनी बेजा हरकत से बाज नहीं आ रही है। अभी इसी मामले को लेकर 30 अप्रैल दिन शनिवार को पुलिस द्वारा पीड़ित संजय के पक्ष के तीन लोगों को उठाकर थाने पर ले गई और उनका 151 के तहत चालान किया जबकि दूसरा पक्ष अपने निर्माण कार्य को अनवरत कर रहा है। दूसरे पक्ष के किसी भी व्यक्ति को कोतवाली देहात की पुलिस थाने पर नहीं लाई जिससे उस पक्ष का मनोबल ऊंचा है और वह लोग कभी भी पीड़ित संजय तिवारी के साथ कोई भी अप्रिय घटना का अंजाम दे सकते हैं। पीड़ित संजय पुलिस द्वारा थाने पर चलने के लिए कहने पर अपने जानवरों के साथ को लेकर थाना कोतवाली परिसर चला गया। पुलिस बार-बार यह कहती रही कि इन जानवरों को लेकर जाओ। पीड़ित ने कहा कि वह इनको कहां लेकर जाये। जहां पर वह टीन सेड रख रहा है वहां पर आप रखने नहीं दे रहे हो तो उससे अच्छा तो थाना परिसर ही है जहां पर कम से कम जानवरों के लिए छाया तो है। फिलहाल खबर लिखे जाने तक मामले में थाना कोतवाली देहात पुलिस द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया। अब देखना है कि जानवरों संग कोतवाली देहात पहुंचे पीड़ित संजय के साथ पुलिस न्याय करती है अथवा इसी तरह एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए दूसरे पक्ष की बिल्डिंग खड़ी करवा देती है।
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