पंचायत सचिव घर बैठे फर्जी रिपोर्ट तैयार कर मामले को कर दे रहे हैं निस्तारण
सुल्तानपुर। भदैया विकास खण्ड क्षेत्र अंतर्गत अभियां कलां ग्राम पंचायत सचिव हरिशंकर मौर्य की लापरवाही से ग्रामीणों को मुश्किल का सामना करना पढ़ रहा है। सचिव की लापरवाही से ग्राम सभा में विकास कार्य नहीं कराया जा रहा है।जिसकी शिकायत करीब एक साल पहले ग्राम पंचायत सदस्यों ने नाली निर्माण कार्य,खड़ंजा बैठाने की मांग,वा इंटरलॉकिंग कार्य कराए जाने की मांग मई 2023 में खण्ड विकास अधिकारी भदैया से किया गया था। जहां पंचायत सचिव हरिशंकर मौर्य ने जांच पड़ताल कर उस पत्र को कुंडे दान में फैंक दिया जहां साल भर से अधिक समय बीतने के बावजूद उस पत्र का कहीं पता नहीं चल सका। जहां पुछताछ करने पर ग्राम प्रधान से लेकर पंचायत सचिव तक कहा जाता रहा की कार्ययोजना में डाल दिया गया है।अगले माह तक उस पत्र पर कार्य करा दिया जाएगा देखते देखते साल भर से अधिक समय बीत गया पर अभी तक एक भी कार्य नहीं कराया गया, जहां तक ग्रामीणों को बरसात के मौसम में किचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। जहां तक छोटे-छोटे मासूम बच्चे खुली नाली में गिरकर चोटहिल हो रहे हैं।नाली के उपर तक नहीं रखा गया टुटी फुटी पटिया के लिए कहा जाता है तो ग्राम प्रधान से लेकर पंचायत सचिव तक कहा जाता है की सरकार हमें इसके लिए अलग से पैसा नहीं देती है।पंचायत सचिव की लापरवाही देखते हुए पंचायत सदस्यों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर सिकायत दर्ज कराकर मामले को निस्तारण करने की मांग तीसरी बार की थी इसके बावजूद ग्राम प्रधान भुलेश्वर की मिली भगत से पंचायत सचिव ने आईजीआरएस पोर्टल पर फर्जी रिपोर्ट लगाकर मामले का निस्तारण कर दिया गया शिकायत कर्ता ने अपने शिकायती पत्र पर नये नाली निर्माण कार्य,वा खड़ंजा वा इंटरलॉकिंग बैठाने की मांग, किया था। उत्तर प्रदेश शासन को गुमराह करते हुए रिपोर्ट में दर्शाया गया है की मरम्मत कार्य कराए जाने की मांग किया था।जो कार्ययोजना में ना होने के कारण कार्य नहीं कराया जा सकता। अब जहां क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ की इतना दिनों तक पंचायत सचिव ने जनता को गुमराह करने का काम क्यूं किया ग्राम पंचायत सचिव की लापरवाही से ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है चाहे परिवार रजिस्टर की नकल हो या चाहे जन्म प्रमाण पत्र हो, वृद्धा पेंशन हो,सब बनवाने के पास चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसके बावजूद नहीं बन पा रहा है जहां पंचायत सचिव से मिलने कुछ मीडिया कर्मियों ने फर्जी रिपोर्ट लगाने के मामले में मुख्यालय से चल कर ग्राम पंचायत वा ब्लांक पर मिलने गए तो पंचायत सचिव नदारद मिले उनके पास फोन किया गया घंटी पर घंटी बजती रही पर पंचायत सचिव हरिशंकर मौर्य का फोन नहीं उठा जब प्रदेश सरकार सभी अधिकारियों को फोन रिसीव करने के लिए निर्देश भी दे चुके है। इसके पंचायत सचिव हरिशंकर मौर्य की लापरवाही से लोगों को मुश्किल का करना पढ़ रहा है। जहां पंचायत सचिव की मनमानी ताला लटकाए घूमने में मस्त है और इधर ग्रामीण अपने काम लेकर बार-बार पंचायत से बैरंग वापस लौट रहे हैं।
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