नगर परिषद सीएमओ की बौखलाहट, मीडिया में प्रकाशित ख़बरों से बढ़ी नाराज़गी
व्यक्तिगत दुश्मनी या प्रशासनिक लापरवाही! कई करदाता बचे, नोटिस केवल एक को
बिछुआ। इन दिनों बिछुआ नगर परिषद की गतिविधियाँ लगातार मीडिया की सुर्खियाँ बन रही हैं। हालिया घटनाओं और नगर परिषद की कार्यशैली पर कई समाचार प्रकाशित किए गए हैं, जिससे सीएमओ (मुख्य नगरपालिका अधिकारी) काफी नाराज़ हैं। सूत्रों के मुताबिक, मीडिया में प्रकाशित खबरों ने नगर परिषद के कामकाज की पोल खोल दी है, जिसके कारण नगर के नागरिकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। इस स्थिति से परेशान सीएमओ ने आवेश में आकर एक नोटिस जारी कर दिया है। यह नोटिस कथित रूप से द्वेषपूर्ण भावना से प्रेरित बताया जा रहा है, जिसका मकसद मीडिया को दबाने का प्रयास हो सकता है। मीडिया जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों का यह कदम उनकी आलोचना को दबाने के उद्देश्य से उठाया गया है। स्थानीय पत्रकारों ने इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार करार दिया है।इसके साथ ही बिछुआ और आसपास के इलाकों में कई नागरिकों द्वारा अपने मकान का कर लंबे समय से जमा नहीं किया गया है। कर वसूली के लिए नगर परिषद की ओर से मात्र 1 लोगों को चुनकर व्यक्तिगत रूप से नोटिस भेजा गया है, जिससे भी पक्षपात का आरोप लग रहा है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सभी पर समान रूप से कार्रवाई होनी चाहिए, न कि चुनिंदा लोगों को निशाना बनाया जाए। स्थानीय नागरिक भी नगर परिषद की इस हरकत से नाखुश हैं और जल्द ही इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराए जाने की संभावना है। जब इस मामले में सीएमओ से चर्चा की गई तो उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। श्रवण कॉमेडी वार्ड नंबर 13 ने बताया कि मेरे द्वारा जब मकान टैक्स के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहा गया तो संबंधित राजस्व विभाग कर्मचारी द्वारा श्रावण कामड़े के नाम से कोई जानकारी नहीं दी गई। सिर्फ मुझे प्रताड़ित किया जा है जिसकी शिकायत मेरे द्वारा उच्च अधिकारियो से की जाएंगी।
Tags
विविध समाचार