पान मसाला की गाड़ियां छोड़ने पर 4 GST अधिकारी सस्पेंड, GST Deparment में मचा हड़कंप
कानपुर स्थित जीएसटी भवन में कार्रवाई के बाद हड़कंप है।
पान मसाला कारोबारियों द्वारा बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी की जा रही है। जीएसटी अधिकारियों की मिलीभगत से ही पूरा खेल किया जा रहा था। इसका मामला लखनऊ तक पहुंचा तो सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मामले में दोषी पाए गए 4 जीएसटी अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया। लखनऊ में पकड़ी गईं गाड़ियां कानपुर से लखनऊ जा रहीं चारों गाड़ियों में करोड़ों रुपये का पान मसाला था। जिसका करोड़ों का जीएसटी बनता था, लेकिन अफसरों ने ई-वे बिल जांचे बिना इन्हें कानपुर से जाने दिया मगर लखनऊ में पकड़ ली गईं। राज्य कर आयुक्त ने कानपुर जोन दो के अंकुर द्विवेदी, सचल दल के संदीप कुमार, जगत प्रकाश, जगदीश प्रसाद को निलंबित किया है।
आगरा और इटावा किया गया संबद्ध
इनमें से दो को आगरा और दो को इटावा कार्यालय से संबद्ध किया गया है। इन अधिकारियों पर आरोप है कि इन्होंने ई-वे बिल को स्कैन और जांच किए बिना ही माल को ले जाने दिया। इससे इनके ऊपर पान मसाला वालों से मिलीभगत का अंदेशा जताया जा रहा है। मामले की जांच लखनऊ के अधिकारियों को सौंपी गई है। इसमें देखा जाएगा कि कितने की जीएसटी चोरी का मामला है। अफसरों की कितनी मिलीभगत है।
हो सकती है और बड़ी कार्रवाई
प्रमुख सचिव के आदेश के बाद भी करोड़ों का माल बगैर जांच के जाने देने का मामला उजागर होने पर कारोबारियों से अफसरों की साठगांठ पर अंदरखाने चर्चा तेज हो गई है। कानपुर में लंबे समय से तैनात पांच सहायक आयुक्त पर जल्द बड़ी कार्रवाई हो सकती है। प्रमुख सचिव स्तर पर इन पांचों को तलब करने के साथ ही इनकी जांच भी कराई जा चुकी है। पान मसाला कारोबारियों के साथ इनकी मिलीभगत के पक्के साक्ष्य भी मिले हैं। पांचों की काली करतूत की शिकायत सीएम कार्यालय तक पहुंचा दी गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, लंबे समय से कानपुर में तैनात पांच सहायक आयुक्त पान मसाला कारोबारियों से मिले हैं।
लगातार अधिकारियों का आ रही है शिकायत पान मसाला कारोबारियों से जीएसटी अफसरों की मिलीभगत में वरिष्ठ अफसरों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, करीब एक माह पहले कानपुर में तैनात अपर आयुक्त स्तर के दो अधिकारियों को प्रमुख सचिव की ओर से चार्जशीट भी मिल चुकी है।
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