चंदौली में बकरी चरवाहे की धारदार हथियार काटकर हत्या, बकरी चोरों ने बरपाया कहर, मचा कोहराम
चंदौली। चकिया के पंडी गांव के पास लमठा पहाड़ी के चुड़िया जंगल में 49 वर्षीय बकरी चरवाहे राजेश खरवार की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। बकरी चोर गिरोह ने राजेश की बकरियों को चुराकर फरार हो गए। चकिया कोतवाली क्षेत्र के पंडी गांव के लमठा पहाड़ी से सटे चुड़िया जंगल में शनिवार की दोपहर 49 वर्षीय बकरी चरवाहे राजेश खरवार का सिर धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। घटना के बाद बकरी चोर गिरोह के सदस्य उसकी बकरियों को लेकर फरार हो गए। साथी चरवाहों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस शव को कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई में जुट गई है। चरवाहे राजेश की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पंडी गांव निवासी चुल्हई खरवार के आठ पुत्र और पुत्रियों में सबसे बड़ा राजेश खरवार जंगल में बकरी चराने का काम करता था। शनिवार की सुबह प्रतिदिन की तरह वह अपनी 100 से अधिक बकरियों को लेकर चुड़िया जंगल में बकरी चराने गया था। जहां उसके अन्य चरवाहे साथी पंडी गांव निवासी कपिल और मुड़हुआ दक्षिणी गांव निवासी बुद्धन हरिजन भी अपनी बकरी लेकर चरा रहे थे।
शनिवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे के आसपास जंगल में पहले से सक्रिय बकरी चोर गिरोह के सदस्यों ने राजेश के गले पर किसी धारदार हथियार से हमला करके गंभीर रूप से जख्मी कर दिया और उसकी बकरियों को लेकर मौके से फरार हो गए। गले का 80 प्रतिशत हिस्सा कट जाने की वजह से राजेश की मौके पर ही मौत हो गई। थोड़ी देर बाद जंगल के दूसरे हिस्से से बकरी लेकर घटनास्थल पर पहुंचे साथी चरवाहों ने राजेश का शव देखा तो शोर मचाने लगे। देखते ही देखते ग्रामीण और परिजन मौके पर पहुंच गये। घटना की सूचना मिलते ही सीओ राजीव सिसोदिया और थाना प्रभारी अतुल प्रजापति पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। जहां से शव को कब्जे में ले लिया। थाना प्रभारी अतुल प्रजापति ने बताया कि शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। साथी चरवाहे कपिल और बुद्धन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। राजेश की मौत के बाद पत्नी अनीता, पिता चूल्हई, माता कलावती, भाई गुड्डू, सुभाष, गुरु दयाल और वीरेंद्र का रो रो कर बुरा हाल था।