शिवाम्बरा धाम सिद्ध पीठ मुकुंदपुर में पांच कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ सकुशल संपन्न

शिवाम्बरा धाम सिद्ध पीठ मुकुंदपुर में पांच कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ सकुशल संपन्न

केएमबी संवाददाता
सुल्तानपुर। जनपद के सदर तहसील में स्थित धर्मार्थ श्री शिवाम्बरा धाम सिद्ध पीठ आश्रम मुकुंदपुर सुल्तानपुर के तत्वाधान में पांच कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का विधिवत समापन हुआ। गायत्री महायज्ञ की शुरुआत के क्रम में 10 मई 2025 को शिवाम्बरा धाम सिद्ध पीठ आश्रम मुकुंदपुर से प्रतापगंज बाजार तक कलश यात्रा निकल गई एवं पुनः प्रतापगंज बाजार से कलश यात्रा शिवाम्बरा धाम पर आकर समाप्त हुई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु कलश यात्रा में शामिल होकर अपने जीवन को कृतार्थ किया 11 में 2025 को सिद्ध पीठ आश्रम पर पांच कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ शांतिकुंज हरिद्वार से आए महात्माओं द्वारा वैदिक रीति रिवाज से संपन्न कराया गया। 12 मई 2025 को पांच कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति एवं समापन हुआ। इसके बाद भक्तों के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था आश्रम पर की गई जो शायंकाल 5:00 बजे से शुरू होकर देर रात्रि तक चलता रहा। क्षेत्र वासियों एवं समाज के लोगों व भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण कर अपने आपको और अपने जीवन को धन्य किया। कार्यक्रम के आयोजक ज्योतिषाचार्य पंडित प्रफुल्ल बी मिश्र ने बताया कि गायत्री परिवार से राम यत्न मिश्र, संतोष मिश्र, रविंद्र नाथ पांडे, रामचंद्र पांडे द्वारा पांच कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ को वैदिक रीति रिवाज से संपन्न कराया गया। 
  कार्यक्रम के आयोजक ज्योतिष आचार्य पंडित प्रफुल्ल बी मिश्र ने सिद्ध पीठ की स्थापना के लक्ष्य एवं उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्रामीण अंचल में आमजन तमाम तरीके की परेशानियों से जैसे ग्रह, नक्षत्र, भूत, प्रेत, पिशाच आदि समस्याओं से पीड़ित हैं। उनकी समस्याओं के समुचित निवारण के लिए एवं समाज के कल्याणार्थ शिवाम्बरा शक्ति पीठ की स्थापना की गई है।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि उन्होंने ज्योतिष शास्त्र में आचार्य की डिग्री हासिल की है तथा अंक शास्त्र एवं वास्तु शास्त्र में पीएचडी की उपाधि ग्रहण की है। अंक शास्त्र के बारे में बताते हुए आचार्य जी ने बताया कि जब व्यक्ति के पैदा होने का समय व स्थान निर्धारित न हो अथवा कुंडली या जन्म पत्री न हो तो अंक शास्त्र के माध्यम से उस व्यक्ति का भूत एवं भविष्य बताया जा सकता है।
 वास्तु शास्त्र के बारे में आचार्य जी ने बताया कि घर में क्या-क्या दोष हो सकता है, कौन सा दोष होने पर कौन सी समस्या पैदा होती है, के निवारण के बारे में भी वास्तु शास्त्र के माध्यम से जानकारी प्रदान की जा सकती है। ज्योतिषाचार्य जी का कहना है कि जीवन में घटने वाली घटनाएं वास्तु दोष के कारण ही होती हैं। इसलिए मकान बनाते समय रसोई किधर हो, बाथरूम किधर हो, लैट्रिन किधर हो, स्टोर रूम किधर हो एवं पूजा स्थल कहां हो इन सब के बारे में विशेष ध्यान रखना चाहिए अन्यथा उसे मकान में रहने वाले व्यक्ति के जीवन में समस्याएं आती रहती हैं।
 तंत्र शास्त्र शास्त्र के बारे में भी ज्योतिषाचार्य का गहरा अनुभव है। तंत्र शास्त्र के माध्यम से लोगों की भूत प्रेत पिशाच आदि प्रकार की समस्याओं का निराकरण आसानी से किया जा सकता है।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक ज्योतिषाचार्य पंडित प्रभु प्रफुल्ल बी मिश्र एवं कार्यक्रम के सह आयोजक सुनीता पांडे, सौरभ शुक्ला, प्रमोद कुमार मिश्रा, रंजन मिश्रा, प्रियंवदा मिश्रा, निर्मला द्विवेदी, देवकीनंदन शुक्ला अजय शुक्ला, दुर्गेश पांडे, शशांक शुक्ला, सुधांशु मिश्रा, संजय यादव, अंजनी दुबे, रवि शंकर दुबे, सौरभ दुबे, त्रिलोक दुबे, शिवम शुक्ला, धर्मेंद्र शुक्ला, राजकुमार दुबे, सोनू कनौजिया, नितेश सिंह, अखिलेश मिश्रा, इन्दू मिश्रा, नीतिका शुक्ला, विनोद सिंह, अखिलेश कनौजिया, विनय भास्कर, धर्मेंद्र सोनी, अरविंद दुबे, दुर्गा प्रसाद जायसवाल, प्रवेश सिंह, के के मिश्रा, पवन कुमार पांडे, अनिरुद्ध पांडे आदि क्षेत्रवासियों समाजवसियो एवं प्रबुद्धजनों ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
और नया पुराने

Ads

विज्ञापन लगवायें

अपना विज्ञापन हमें भेजें व्हाट्सएप नं० 9415968722 पर

1 / 7
2 / 7
3 / 7
4 / 7
5 / 7
6 / 7
7 / 7

Ads

نموذج الاتصال