पुश्तैनी मकान के नवीनीकरण पर रोक, सरकारी ज़मीन पर अवैध निर्माण का आरोप, पीड़ित ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार

पुश्तैनी मकान के नवीनीकरण पर रोक, सरकारी ज़मीन पर अवैध निर्माण का आरोप, पीड़ित ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार

केएमबी खुर्शीद अहमद
अमेठी। जनपद के थाना फुरसतगंज कस्बे में प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। एक स्थानीय नागरिक ने जिलाधिकारी अमेठी को पत्र लिखकर न्याय की माँग की है। पीड़ित का आरोप है कि जहाँ एक ओर उसके 60 साल पुराने पुश्तैनी मकान के नवीनीकरण पर रोक लगा दी गई, वहीं दूसरी ओर सरकारी सुरक्षित भूमि पर प्रभावशाली लोगों द्वारा हो रहे कथित अवैध निर्माण पर राजस्व विभाग मौन है। कस्बा फुरसतगंज के निवासी कौशल किशोर द्विवेदी ने अपनी शिकायत आईजीआरएस के माध्यम से दर्ज कराई है। पत्र के अनुसार उनका मकान वर्ष 1963 से पीढ़ी रोड पर बना हुआ है। पुराने ढाँचे के जर्जर होने के कारण पिछले वर्ष उन्होंने नवीनीकरण का कार्य शुरू कराया, किन्तु पीड़ित के अनुसार राजस्व लेखपाल बिना पूर्व नोटिस पुलिस बल के साथ पहुँचे और निर्माण रुकवा दिया। लेखपाल ने कारण बताया कि यह भूमि राजकीय पशु अस्पताल के नाम दर्ज है। शिकायतकर्ता ने पत्र में राजस्व विभाग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि एक ओर उसके घर के नवीनीकरण को अवरोधित किया गया, वहीं दूसरी ओर सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण जारी,पशु अस्पताल की बाउंड्री और पुरानी दीवार तोड़कर निजी रास्ते हेतु खड़ंजा डाला गया, लगभग सभी सूचनाओं के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित ने चेतावनी दी है कि यदि तहसील स्तर पर तत्काल कार्रवाई न की गई और सार्वजनिक भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया, तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।स्थानीय स्तर पर यह मामला “दोहरे मापदंड” और अधिकारियों की चुप्पी को लेकर चर्चा में है। अब नज़रें जिलाधिकारी पर टिकी हैं कि प्रशासन इस शिकायत पर कड़ा रुख अपनाता है या फिर मामला फाइलों में दब जाता है।
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