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उद्योगपतियों को संबोधित कर योगी बोले- ऐसा कोई सेक्टर नहीं, जिसके लिए यूपी में संभावनाएं न हो

उद्योगपतियों को संबोधित कर योगी बोले- ऐसा कोई सेक्टर नहीं, जिसके लिए यूपी में संभावनाएं न हो

केएमबी संवाददाता

मुंबई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय मुंबई दौरे पर उद्योगपतियों को यूपी में निवेश का निमंत्रण दिया और कहा कि यूपी आकर अपार संभावनाओं का लाभ उठाइए। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा सेक्टर नहीं है जिसके लिए यूपी में संभावनाएं न हो। गुरुवार को देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुम्बई में देश के दिग्गज उद्योगपतियों, वित्तीय, बैंकिंग व औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों, कारोबारियों, निवेशकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी को 10-12 फरवरी तक लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भागीदारी का निमंत्रण दिया। जीआईएस 23 के संबंध में विदेशों में हुए यूपी रोड शो की सफलता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद यह पहला मौका था जब निवेशकों को आमन्त्रण देने टीम यूपी 16 देशों के 21 शहरों में गई। हमें वहां शानदार रिस्पांस मिला। इस दौरान सात लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव हमें मिले हैं। वहीं घरेलू निवेशकों से संवाद के लिए जारी रोड शो के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, इसलिए यहां अपनों को आमन्त्रण देने मैं स्वयं आया हूं। बड़ी संख्या में निवेशकों की मौजूदगी देख मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी उपस्थिति 'टीम यूपी' के लिए उत्साहवर्धक है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दुनिया में चार ही देश ऐसे हैं जहां यूपी से ज्यादा आबादी है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक उर्वरा भूमि वाला राज्य है। हमारे पास देश की कुल कृषि भूमि का 11% है लेकिन हम 20% खाद्यान्न पैदा करते हैं। मिलकर थोड़ा प्रयास किया जाए तो हम देश की कुल जरूरत का 30% से ज्यादा खाद्यान्न अकेले उत्पादन कर सकते हैं। यह पवित्र भूमि है। जब आम आदमी अपनी जड़ें तलाशता है तो यूपी की ओर देखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के इस हृदय स्थल प्रदेश में कृषि हो, फ़ूड प्रोसेसिंग हो या फिर डेयरी, स्टार्ट अप, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, रक्षा उत्पादन आदि, ऐसा कोई सेक्टर नहीं जिसके लिए यूपी में संभावनाएं न हों। यूपी के विकास के लिए जारी प्रयासों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पहले यहां 02 एयरपोर्ट थे, आज 09 क्रियाशील हो चुके हैं और 10 पर काम जारी है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए पूर्वी यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे है तो बुंदेलखंड में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है। राष्ट्रीय राजधानी से यूपी को जोड़ने के लिए यमुना और आगरा एक्सप्रेसवे है। यूपी की सीमा से जुड़े राज्यों और नेपाल से 4 लेन रोड की कनेक्टिविटी है तो हमारे सारे जिले लखनऊ से 4 लेन सड़क से जुड़े हुए हैं।  05 शहरों में मेट्रो है तो अभी परसों ही रैपिड रेल का ट्रायल भी हुआ है। यूपी म लैंडलॉक प्रदेश की समस्या भी खत्म हो गई है। हमारे यहां देश का पहला वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया तक शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी औद्योगिक परियोजनाओं के लिए जरूरी एमएसएमई इकाइयों का हमने क्लस्टर आधारित विकास किया है। 96 लाख एमएसएमई इकाइयां यूपी में पंजीकृत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश संभवतः पहला राज्य होगा जहां ₹4.68 लाख करोड़ के निवेश समझौते हुए और 5 साल में 4 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट जमीन पर उतर भी आये।
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