साहित्यिक सांस्कृतिक समागम उन्मेष के शुभारम्भ पर छात्र-छात्राओं ने किया अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन
लखनऊ। स्थानीय नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज में दो दिवसीय साहित्यिक सांस्कृतिक समागम उन्मेष का 11 नवम्बर 2025 को आग़ाज़ हुआ। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में राजधानी सहित नज़दीकी जनपदों के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में प्रतिभाग कर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते है। बीते मंगलवार को शुरू हुए इस कार्यक्रम में पोस्टर मेकिंग, एकल नृत्य, केश सज्जा, मेहंदी, रचनात्मक लेखन, भाषण, काव्यपाठ तथा घट सज्जा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। उन्मेष का शुभारंभ लखनऊ विश्व विद्यालय की कुलपति प्रोफेसर मनुका खन्ना द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में किया गया जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में जाने माने रंग कर्मी और सिने अभिनेता अनिल रस्तोगी मौजूद रहे। श्री रस्तोगी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के विद्यार्थियों को खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा अब तो राजधानी लखनऊ में भी फ़िल्में बन रहीं हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षित अभिनेता बेहतर अभिनय करते हैं। उन्होंने छात्राओं का आह्वान किया कि वो समय का प्रबंधन करना अवश्य सीखें।
सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया उसके पश्चात छात्राओं द्वारा महाविद्यालय के कुलगीत तथा स्वागत गान का सस्वर पाठ किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की एन.सी.सी. की कैडेट्स ने अतिथियों को सलामी देकर उनका स्वागत किया। मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर मनुका खन्ना ने कहा कि शिक्षण धर्म जीवन भर रहता है। कुलपति ने कहा कि वर्तमान समय में छात्राओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए अपार अवसर एवं संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ के विजयी प्रतिभागियों को विवि में में भी मौका दिया जायेगा। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज संगीत खेल शिक्षा आदि क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास हेतु द्वार खुले हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं में हार जीत स्वाभाविक है किंतु हारने वाला भी कहीं न कहीं ख़ुशी प्राप्त करता है। ऐसी प्रतियोगितताओं में विद्यार्थियों को सीखने का मौक़ा मिलता है। सभी कार्यक्रमों का सफल और प्रभावी संचालन समारोहक डाक्टर शालिनी श्रीवास्तव ने किया। प्राचार्य प्रोफेसर रश्मि बिश्नोई ने अतिथियों का परिचय देते हुए उनका स्वागत किया तथा कहा कि अतिथिगणों की उपस्थिति से छात्राओं को प्रेरणा मिली है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों के अंदर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का भाव उत्पन्न होता है तथा वो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में उन्मेष शब्द की व्याख्या की। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर शिवानी श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर सभी प्राध्यापक कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र एवं शिक्षक उपस्थित रहे। कल समापन के अवसर पर राज्यसभा सांसद डाक्टर दिनेश शर्मा विधान परिषद सदस्य अवनीश सिंह तथा निदेशक उच्च शिक्षा प्रोफेसर अमित भारद्वाज विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण करेंगे। उन्मेष में 25 महाविद्यालयों के लगभग 150 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
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